फिर सक्रिय हुआ किसान आंदोलन, बॉर्डर पर लगा जामवड़ा
मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले एक साल से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को आज एक साल पूरा हो चुका है. आंदोलन के एक साल पूरे होने के मौके पर बड़ी तादात में किसान दिल्ली की गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने लगे है. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का जामवड़ा लगने लगा है. किसान संगठनों द्वारा आंदोलन के एक साल पूरे होने के मौके पर किसानों के एकजुट होने को देखते हुए एक बार फिर से आंदोलन स्थल पर बैरिकेड लगा दिए गए है. इसके आलावा सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
पुलिस की किसानों से अपील
किसानों के लगते जामवड़े को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि वह कानून अपने हाथों में ना ले. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि किसान संगठनों ने 26 नवंबर को आवाहन किया था, जिसपर हमारी पूरी नजर है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. कोई भी किसान कानून अपने हाथों में ना ले. हम किसान संगठनों से अपील करते है कि कानून व्यवस्था में सहयोग करें.
सरकार ने वापस लिए तीनों कृषि कानून
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधित देते हुए तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. जो हम अपने किसान भाइयों को सही ढ़ंग से समझा नहीं पाए. आज में पूरे देश को यह बताने आया हूं कि तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का फैसला किया है. महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे. साथ ही पीएम मोदी ने किसान भाइयों से आंदोलन खत्म करने और घर वापस जाने की अपील की थी.
मोदी कैबिनेट ने दी मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मोदी सरकार ने किसानों के सामने घुटने टेक दिए है. मोदी कैबिनेट की बैठक में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने पर कैबिनेट मुहर लगा चुका है. कैबिनेट ने कृषि बिल को सर्वसम्मति से वापस लेने का प्रस्ताव पास कर दिया है. कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब बिल को संसद में पेश कर निरस्त करने की प्रक्रिया की जाएगी.