बिहार में इन दिनों विपक्ष जनहित का मुद्दा नहीं उठा रहा है। न ही राज्य की जेडीयू आरजेडी गठबंधन सरकार पर तीखे हमले हो रहे हैं। इससे राज्य की नीतीश सरकार बड़े सुकून में है। वजह ये है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष एक ऐसे मुद्दे को लेकर बैठे हैं जिससे आम जनता का कोई लेना देना नहीं है। हम बात कर रहे हैं’कुत्ता पॉलिटिक्स’की। यहां कुत्ता पॉलिटिक्स जोरों पर है। यदि राज्य के किसी शहर में कुत्तों की संख्या बढ़ी है और वे आतंक फैला रहे हैं तो विपक्ष खुलकर कहता है कि जेडीयू ‘मटन-पुलाव’पार्टी का आयोजन करे तो कुत्तों का सफाया हो जाएगा। यदि ये कहा जाए कि फलां शहर में कुत्तों की संख्या घट रही है तो कहा जाता है कि फलां फलां ने ‘मटन-पुलाव’पार्टी आयोजित की थी जिसके कारण कुत्तों का सफाया हो रहा है।
क्यों हो रही है कुत्तों पर राजनीति
आपको बता दें कि यहां कुछ दिन पहले मुंगेर में मटन पुलाव पार्टी का आयोजन हुआ था। जिसमें जेडीयू सहित कई दलों के नेता इस भोज में शामिल हुए थे।इस आयोजन पर भाजपा ने कहा था कि मुंगेर में कुत्ते कम हो गए है,वजह ये है कि यहां मटन पुलाव पार्टी हुई थी। साथ राज्य का मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस पार्टी में शराब परोसने का भी आरोप लगाया था। इस आरोप से तिलमिलाई जेडीयू ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को कानूनी नोटिस भी दिया था।
नवगछिया में भोज आयोजित करने की सलाह
दरअसल पिछले दिनों भाजपा ने महाभोज के बहाने जेडीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को ‘मटन-पुलाव’ भोज के बहाने घेरा था। भाजपा के बिहार प्रदेश के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यह दावा किया था कि ललन सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को मटन चावल के साथ शराब भी परोसी थी। भाजपा के इस दावे पर जेडीयू ने भाजपा को कानूनी नोटिस भेज दिया। नोटिस का जवाब भाजपा देती इसके पहले भाजपा ने नवगछिया में मटन पुलाव भोज आयोजित करने की सलाह जेडीयू को दे डाली। इस बार मटन-पुलाव का भोज नवगछिया में आयोजित करने की सलाह दी है। बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने जेडीयू से कहा है कि मुंगेर के बाद मटन-पुलाव पार्टी नवगछिया में भी होनी चाहिए। चॅूकि यहां प्रशासनिक व्यवस्थाएं असफल हो गई हैं। इसलिए नवगछिया में जेडीयू को मटन पुलाव पार्टी देना चाहिए। ताकि कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनके आतंक से परेशान जनता को राहत मिल सके।
भाजपा ने कौन सा मांस खिलाया
बिहार की भारतीय जनता पार्टी ने मटन पुलाव पार्टी के बारे में कई सवाल दागे। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने पूछा है कि पार्टी में मुर्गा-बकरा के अलावा कौन सा माँस खिलाया गया जिसकी चर्चा बिहार में हो रही है। भाजपा ने ये भी पूछा कि मीट हलाल था या झटका। इसके अलावा 50 हजार लोगों के खिलाए गए मांस पर कितना खर्चा हुआ है। क्या हिंदू और मुस्लिमों के लिए अलग अलग व्यवस्थाएं की गईं थी,इसमें शराब का वितरण और सेवन हुआ कि नहीं?
जेडीयू की चोरी पकड़ी गई
बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ० निखिल आनंद ने अपने बयान ने कहा है कि “जेडीयू की चोरी पकड़ी गई है तो जवाब देना ही होगा। उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि भले ही जेडीयू मुर्गा- मीट पार्टी में शराब वितरण-सेवन के सबूत सरकारी तंत्र के साथ मिलकर मिटा दे,लेकिन हकीकत पर पर्दा नहीं डाल सकता है। इसके अलावा नोटिस के मामले में उन्होंने कहा कि जेडीयू को एक नोटिस के बदले 50 नोटिस भेज जाएंगे। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी करारा जवाब दिया जाएगा।