अब मध्यप्रदेश कांग्रेस में बोलेगी ​दिग्विजय की तूती, जाने क्यों

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी कांग्रेस को लगातार झटके पर झटका दे रही है। कांग्रेस से एक बाद एक बड़े चेहरे बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। खासकर मध्यप्रदेश में कांग्रेस इससे सबसे अधिक पीड़ित नजर आ रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद कई बड़े चेहरे कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए। अब पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी के पाले में आ गए। उनके साथ संजय शुक्ला, गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी, विशाल पटेल के साथ कई नेता बीजेपी में शामिल हो गए हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी को ब्राह्मणों में पैठ रखने वाला नेता माना जाता है।

दिग्विजय सिंह गुट का होगा बोलबाला

सुरेश पचौरी के पार्टी छोड़ने के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस में कोई बड़ा चेहरा बेचेगा तो वो है दिग्विजय सिंह का। इसलिएदिग्विजय सिंह गुट का बोलबाला होगा, घटनाक्रम के आधार पर समझें कैसे…

अहमद पटेल के करीबी रहे हैं पचौरी

सुरेश पचौरी केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में रक्षा, कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत, पेंशन, और संसदीय मामले जैसे बड़े विभाग की जिम्मेदारी भी दी थी। इतना ही नहीं पार्टी ने उन्हें जमीनी स्तर के संगठन कांग्रेस सेवा दल का अध्यक्ष भी बनाया। सुरेश पचौरी ने अपने राजनीतिक जीवन में केवल दो बार चुनावी मैदान में उतरे लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पहली बार साल 1999 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें भोपाल लोकसभा सीट प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी उमा भारती को चुनौती दी थी, लेकिन उमा भारती से वे 1 लाख 60 हजार लाख से ज्यादा वोटों से हार गए। इसके अलावा कांग्रेस ने उन्हें 2013 के विधानसभा चुनाव में भोजपुर सीट से टिकट दिया था। तब शिवराज सरकार में मंत्री और दिवंगत पूर्व सीएम सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा के खिलाफ उन्होंने चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव जीत नहीं सके।

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