दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब धीरे धीरे कम हो रहा है लेकिन हालात नहीं बदले हैं। बीती रात 10 बजे यमुना का जलस्तर घटकर 206.87 मीटर पर दर्ज किया गया। इसके और कम होने की संभावना है। वहीं देश भर में बारिश और बाढ़ से कई लोगों की जान चली गई।
- कम हो रहा यमुना का जलस्तर
- पीएम ने की LG से फोन पर बात
- देश के कई राज्यों में पानी ने छिन ली जिंदगानी
- पानी में डूब गईं 624 लोगों की जिंदगी
- हिमाचल से ज्यादा गुजरात का आंकड़ा
- डरा रहा गुजरात और हिमाचल प्रदेश का आंकड़ा
- गुजरात में 103 लोगों की हुई बाढ़ से मौत
- हिमाचल में 99 मौत हुई
देशभर में भारी बारिश का दौर जारी है। कई राज्यों में बारिश से तबाही देखने को मिल रही है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक जून में मानसून की शुरुआत होने के बाद से देश में भारी बारिश से संबंधित हादसों के चलते अब तक 624 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि यह आंकड़े पिछले साल की तुलना में करीब 32 प्रतिशत कम है। गृह मंत्रालय की यह रिपोर्ट अलग-अलग राज्यों में भारी बारिश के बाद कृषि और संपत्ति के नुकसान के साथ-साथ मौत को जोड़ती है। जिसके बाद यह आंकड़ा सामने आया है।
दिल्ली में नहीं बदले हालात
बात करें दिल्ली की तो यहां पुरानी दिल्ली, कश्मीरी गेट और यमुना बाजार समेत दिल्ली के करीब 30 से अधिक इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विदेश दौरे से लौटते ही दिल्ली के एलजी से बाढ़ राहत कार्यों को लेकर फोन पर बात की। बता दें बाढ़ प्रभावित इलाकों से 25 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया। करीब 22 हजार लोग टेंट और शेल्टर होम में शरण लिये हुए हैं। वहीं NDRF की 16 टीमें अब भी तैनात हैं
हिमाचल प्रदेश में अब तक 223 मिमी बारिश
मानसून का सबसे अधिक प्रकोप हिमाचल प्रदेश को झेलने पड़ रहा है। यहां 223 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यहां सोलन और ऊना के लिए पिछले पचास साल में सबसे ज्यादा है। वहीं अगर मौतों की बात की जाए तो इस मानसून सीजन में अब तक हिमाचल प्रदेश में 99 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं पिछले साल 2022 में करीब 187 लोगों की मौत बारिश के दौरान हुई थी।
हिमाचल से अधिक गुजरात में हालात खराब
हिमाचल की तुलना की जाए तो गुजरात में मौत का आंकड़ा ज्यादा है। इस साल मानसून की शुरुआत में गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय ने कहर मचाया था। इसके बाद में भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं गुजरात में करीब 103 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। जबकि कर्नाटक में 87 तो राजस्थान में 36 मौत दर्ज की गई। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित पंजाब में मृतकों की संख्या 11 है तो हरियाणा में 19 लोगों की मौत हुई है। जबकि पिछले साल इन राज्यों में मौतें कम हुई थी। बारिश से हालात ये हैं कि पंजाब में लुधियाना और पटियाला, हरियाणा में यमुनानगर और करनाल अभी भी जलमग्न हैं।
एमपी और महाराष्ट्र में 92 लोगों की मौत
एमपी और महाराष्ट्र में इस साल 15 जून तक 92 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा देश के कई हिस्सों में पिछले 2022 की तुलना में इस 2023 में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग की माने तो एमपी, तेलंगाना और महाराष्ट्र सहित 12 राज्यों में कम बारिश दर्ज की गई है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि पूर्वोत्तर के असम में बारिश संबंधी घटनाओं के बाद 38 लोग की जान जा चुकी है। हालांकि ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले बहुत कम है। हिंसाग्रस्त मणिपुर में बारिश के दौरान 8 लोगों की मौत की खबर मिली है।