दिल्ली में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का सम्मान सियासत की वजह बन गया है। इस पर महाराष्ट्र की राजनीति में भी हंगामा नजर आ रहा है। इस सम्मान को लेकर महाविकास अघाड़ी MVA में सहयोगी पार्टी शिवसेना UBT की ओर से नाराजगी जताई गई है। दरअसल शिंदे का सम्मान शरद पवार की पार्टी ने एकनाथ शिंदे को ‘महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार प्रदान किया है। यह सम्मान खुद शरद पवार ने दिया है, जो शिवसेना यूटीबी को रास नहीं आ रहा है।
- एकनाथ शिंदे को महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार
- शरद पवार ने किया था शिंदे को सम्मानित
- संजय राउत का बयान
- शिंदे ने ही तोड़ी शिवसेना
- कार्यक्रम में पवार को नहीं जाना चाहिए था
राज्यसभा में शिवसेना यूटीबी के सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे ने ही अमित शाह की मदद से शिवसेना को तोड़ा था। शिंदे का सम्मान करना बीजेपी के नेता का सम्मान करने के ही जैसा है। हम जिसे महाराष्ट्र का दुश्मन समझते हैं। उस पार्टी को उसे ऐसा सम्मान देना। महाराष्ट्र के गौरव पर आघात करने जैसा है।
संजय राउत ने कहा शरद पवार को इस तरह के कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहिए था। क्योंकि एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली राज्य की एमवीए सरकार गिरा दी गई थी। उन्होंने यह सवाल किया है कि क्या आप जानते हैं कि यह अवॉर्ड किसने दिया? आरोप लगाया कि राजनीतिक नेताओं को दिए जाने वाले इस तरह के अवॉर्ड या तो खरीदे या बेचे जाते हैं। इसके बाद प्रदान किये जाते हैंं।
बता दें शरद पवार की पार्टी शरद पवार गुट की पार्टी NCP (SP) की ओर से 11 फरवरी को एकनाथ शिंदे को ‘महादजी शिंदे राष्ट्र गौरव पुरस्कार’ सम्मान प्रदान किया। यह सम्मान 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में प्रदान किया गया।
NCP बोली- यह राजनीतिक कार्यक्रम नहीं
शरद पवार गुट की पार्टी NCP (SP) ने की ओर से प्रतिक्रिया दी गई है। कहा गया है कि यह राजनीति नहीं बल्कि साहित्य का कार्यक्रम था। NCP (SP) सांसद अमोल कोल्हे ने इसे लेकर कहा संजय राउत अपनी निजी राय जाहिर कर सकते हैं, वे स्वतंत्र हैं। यह अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन कार्यक्रम का हिस्सा था। उन्होंने स्टेट्समैनशिप को दिखाया गया है। हर वस्तु को राजनीति में नहीं लानी चाहिए। उन्हें नहीं लगता कि इस तरह से सम्मानित करने में कुछ गलत है।
पवार ने स्वीकारा शिंदे का काम
वहीं बीजेपी नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया कि NCP शरद गुट अध्यक्ष एक तरह से यह साबित कर रहे थे कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की तुलना में एकनाथ शिंदे ने बतौर मुख्यमंत्री बहुत अच्छा काम किया है। शरद पवार ने स्वीकार किया है कि शिंदे अच्छे CM थे। इतना ही नहीं बीजेपी नेता ने साथ ही यह भी दावा किया है कि शरद पवार ने अपनी बायोग्राफी में लिखा है कि उद्धव ठाकरे साल 2019 से 2022 के बीच केवल दो बार ही मंत्रालय गए थे, जबकि एकनाथ शिंदे सीएम रहते 22 घंटे काम करते थे। बीजेपी नेता बावनकुले ने कहा शरद पवार ने महसूस किया कि उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र राज्य को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
एकनाथ शिंदे बोले- शरद पवार उन्हें कभी गुगली नहीं देंगे
सम्मान समारोह के दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि कई लोग शरद पवार की राजनीतिक गुगली को नहीं समझ पाते हैं। उन्होंने कहा कभी-कभी तो उनके किनारे बैठे हुए लोग या उनके पास वाली सीट पर बैठे लोग भी उनकी गुगली को नहीं समझ पाते हैं। हालांकि एकनाथ शिंदे ने कहा यह उनसे सीखने वाली बात है कि राजनीतिक क्षेत्र से परे होकर अच्छे संबंध किस तरह बनाकर रखे जा सकते हैं। शिंदे ने कहा पवार गुगली गेंदें भी फेंकते हैं, जिन्हें समझना किसी बड़ी मुश्किल से कम नहीं होता है। शरद पवार के साथ उनके अच्छे संबंध हैं, लेकिन शरद पवार ने उन्हें कभी गुगली नहीं फेंकी। उन्हें पूरा भरोसा है कि शरद पवार भविष्य में भी उन्हें गुगली नहीं फेंकेंगे।