बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भारत में गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। देश भर में बांग्लादेश का विरोध हो रहा है। धरना प्रदर्शन और पुलता दहन के बाद अब व्यापारिक तौर पर बांग्लादेश को चोट पहुंचाने की रणनीति बनाई जा रही है।
- गाड़ियां बन जाएंगी बैलगाड़ी!
- बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार
- व्यापारियों में भी बांग्लादेश के खिलाफ आक्रोश
- मोहम्मद यूनुस सरकार के खिलाफ नाराजगी
दिल्ली के व्यापारियों में बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार को लेकर नाराजगी नजर आ रही है। अब भारत सरकार के साथ ही भाारतीय कारोबारियों से भी अपील की जा रही है कि वे बांग्लादेश के साथ अपने व्यापारिक संबंध कम कर दें, कारोबारी गतिविधियों को कम कर दें। इतना ही ऑटो स्पेयर पार्ट्स इंडस्ट्री से संबंधित व्यापारियों ने तो बांग्लादेश से अगले एक माह तक कारोबार न करने का फैसला किया है।
दिल्ली स्थित व्यापारियों की शीर्ष संस्था चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने साफ शब्दों में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर व्यापारी समुदाय नाराज है। चेसरमेन बृजेश गोयल ने कहा करीब 5 से 7 साल पहले चीन ने भी भारतीय सैनिकों के साथ सीमा पर दुस्साहस किया था। जिसका जवाब देते हुए भारतीय उपभोक्ताओं और व्यापारियों ने चीनी सामान के उपयोग और विक्रय का बहिष्कार कर दिया था। अब चीन को भी सबक मिल गया है। चीन सीमा पर स्थिति अब संतोषजनक है। उन्होंने कहा चीन की ही तरह बांग्लादेश को भी सबक सिखाने की जरूरत है।
खत्म हो जाएगी बांग्लादेश ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया बांग्लादेश में ऑटो मोटर पार्ट्स का करीब 95 प्रतिशत माल इंपोर्ट ही किया जाता है। जिसमें से करीब 90 प्रतिशत माल अकेले भारत से निर्यात होता है। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि बांग्लादेश से भारत का हर महीने लगभग 1 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है।
बांग्लादेश के साथ इतना हुआ व्यापार
बांग्लादेश और भारत दोनों में 2023-24 के दौरान 14 बिलियन डॉलर यानी करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। अब सरकार को भी सख्त फैसले लेने होंगे। इसके साथ ही बांग्लादेश पर आर्थिक दबाव बनाना होगा। भारत और दिल्ली के व्यापारी और उद्यमी पूरी तरह हर मोर्च पर केंद्र सरकार के साथ हैं। सीटीआई की ओर से चेतावनी जारी की गई है कि अगर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को बंद नहीं किया जाता है तो दिल्ली और भारत के सभी व्यापारी बांग्लादेश के साथ सारा व्यापार खत्म कर देंगे। भारत में सीटीआई से जुड़े हजारों व्यापारी बांग्लादेश के साथ किसी तरह का कोई व्यापारिक लेन-देन भी नहीं करेंगे।
(प्रकाश कुमार पांडेय)