करीब चार साल तक कोरोना ने पूरी दुनिया में दहशत फैलाकर रखी थी। दुनिया भर में लाखों काल के गाल में समा गए। लॉकडाउन रहा और देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो गई। चारों तरफ लाशें दिखाई दीं,तो अस्पतालों में भारी भीड़ और तड़पते मरीजों ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी थी। ऐसे में पूरी दुनिया इस महामारी से डरी हुई थी। जैसे तैसे कोरोना पर नियंत्रण हुआ और लोगों ने राहत की सांस ली ही थी कि, एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा है। जानकार बार बार चेता रहे हैं कि इसे हल्के में लेने की जरूरत नहीं है। कोरोना विभिन्न रूपों में अटैक कर रहा है।
अस्पतालों में बढ़ने लगी संक्रमितों की संख्या
यदि मीडिया रिपोर्ट की माने तो इमरजेंसी में भर्ती कराने वाले मरीजों की औसतन दर 21 जून तक 0.49% थी जो कि 21 जुलाई यानी एक माह के भीतर बढ़कर 0.73% हो गई। सर्दी के मौसम के बाद पहली बार इतनी तेजी से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सीडीसी प्रवक्ता कैथलीन कॉनली का कहना है कि सात महीने की लगातार गिरावट के बाद अमेरिका में कोविड 19 के मामले फिर से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। पिछले सप्ताह अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी बढ़ी है। ऐसे में हमे अलर्ट रहकर जांच कराने के साथ बचाव के उपाय भी अपनाने की जरूरत है।
वैरिएंट का जोखिम अधिक
दुनिया के तमाम अध्ययनों में पाया गया है कि कोरोनावायरस में अब भी निरंतर म्यूटेशन हो रहा है। जिससे नए वैरिएंट्स को जोखिम अधिक हो सकता है। इसी बीच यूनाइटेड स्टेट्स से आ रही खबरों ने एक बार फिर चिंता बढ़ाई है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका में बीते दिनों कोविड 19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में दस प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है। जो दिसंबर के बाद से सबसे अधिक है। सीडीसी के मुताबिक 16 जुलाई से शुरु हुए सप्ताह में देशभर के अस्पताल में 7,109 रोगियों को भर्ती किया गया था। ये पिछले सप्ताह के आंकड़ों से 6444 से अधिक है। चिंता की बात यह है कि इसमें से कई लोगों को आपातकालीन चिकित्सा की भी जरूरत महसूस हुई है।
क्या भारत में भी बढ़ेगा संक्रमण
दुनिया के दूसरे देशों में बढ़ रहे संक्रमण के कारण भारत में भी खतरा बढ़ सकता है। हालांकि अभी यहां सबकुछ नियंत्रण में है लेकिन इसी तरह से दूसरे देशों में कोरोना फैला तो भारत में भी इसकी संभावना बढ़ सकती है। हालांकि बताया जा रहा है कि देश में इस पर पूरी नजर रखी जा रही है।