कोविड के नए स्ट्रेन JN.1 की दहशत, कहीं भारी न पड़ जाए ये लापरवाही

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कोविड के नए स्ट्रेन JN.1 से भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों में एक बार फिर दहशत फैल गई है अमेरिका,  ब्राजील जर्मनी और सिंगापुर में जमकर कहर बरपा रहा है। कोरोना के इस नए वेरिएंट को बेहद संक्रामक माना जा रहा है। देश में अब तक इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना फिर से पैर पसारने लगा। है। केरल के बाद गोवा और महाराष्ट्र में नए वेरिएंट जेएन.1 के केस सामने आए हैं। भारत में गुरुवार 21 दिसंबर को कोरोना वायरस संक्रमण के 594 नए मामले दर्ज किए गए है। जिससे मरीजों की संख्या बढ़कर 2 हजार 669 हो गई। इससे एक दिन पहले 2 हजार 331 थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह आठ बजे आंकड़े अपडेट किए गए हैं। ऐसे में इन हालात को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार एक्टिव हो गई है। केन्द्र की ओर से सभी राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है। कोविड को लेकर हाई लेवल मीटिंग की है और सभी अस्पतालों को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिये हैं।

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों की तैयारियों का जायजा लिया। उच्चस्तरीय बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के नए सामने आ रहे स्वरूप को लेकर घबराएं नहीं, सतर्कता जरूर बरतें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने राज्यों कोविड-19 के नए मामलों, लक्षणों और उनकी खास गंभीरता पर निगाह रखने का अनुरोध किया। जिससे उचित स्वास्थ्य उपायों की योजना बनाई जा सके।

स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र की ओर से राज्यों को हर प्रकार का सहयोग दिये जाने का आश्वासन दिगा और नए हालात से निपटने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच सामुहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा हमें सतर्क रहने की जरूरत है। घबराने की नहीं। मांडविया ने चीन, ब्राजील, जर्मनी और अमेरिका जैसे कुछ देशों में कोविड के मामलों में वृद्धि से उत्पन्न चुनौती को रेखांकित किया और सतर्क रहने की अपील की है।

सबसे पहले केरल और फिर तमिलनाडु में मिले केस

कोविड के नए वेरिएंट JN. 1 के मामले सबसे पहले केरल और फिर तमिलनाडु में मिले थे। जिसके बाद कई अन्य जगहों पर भी संक्रमण फैलने की बात सामने आई है। जिस रफ्तार से कोरोना के नए वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग में चिंता भी बढ़ गई है और हर कोई अब यह जानने की कोशिश कर रहा है कि आखिर इस नई मुसीबत से किस तरह बचा जा सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञ बताते हैं कि कोविड का वायरस लगातार म्यूटेट करता रहता है और नया वेरिएंट आ जाता है। वर्तमान में कोविड का नया सब-वेरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है। अगर लोग इसे लेकर सावधानी नहीं बरतेंगे, तो हालात भयावह हो सकते हैं। देश में जनसंख्या ज्यादा है और ऐसे में इसके फैलने का खतरा भी ज्यादा है। हालांकि अगर एहतियात बरती जाए, तो इसे वक्त रहते कंट्रोल किया जा सकता है। नए वेरिएंट का असर लोगों की इम्यूनिटी के अनुसार अलग-अलग तरीके से होता है। जो लोग पहले से किसी संक्रमण या गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों के लिए कोविड का नया वेरिएंट ज्यादा खतरनाक हो सकता है।

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