कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की कंगाली का रोना रोते हुए कहा इस समय कांग्रेस पैसे की कमी से जूझ रही है। कांग्रेस ने जिन बैंक खातों में डोनेशन से मिला पैसा जमा किया था। बीजेपी की केन्द्र सरकार ने उन खातों को ही फ्रीज कर दिया है। यह कांग्रेस का पैसा था जो आम लोगों ने चंदे के रूप में दिया था। अब कांग्रेस के पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं।
कांग्रेस के बैंक अकाउंट पर आयकर विभाग की कार्रवाई
- दिल्ली हाईकोर्ट ने खरिज की कांग्रेस की याचिका
- आईटी की कार्रवाई पर रोक की याचिका की खारिज
- खारिज की 210 करोड़ के जुर्माने पर रोक की याचिका
- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले—कैसे लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
- कांग्रेस के पास खर्च करने के लिए नहीं है अब पैसा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से कांग्रेस पार्टी के चार बैंक अकाउंट बंद किए गए हैं। इसमें यूथ कांग्रेस के साथ महिला कांग्रेस और दिल्ली कांग्रेस ही नहीं एआईसीसी के भी बैंक अकाउंट शामिल हैं। जिन्हें बंद कर दिया गया है। उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा अगर इस तरह अकाउंट बंद किए जाएं तो क्या ये निष्पक्ष चुनाव होगा?
आयकर विभाग ने कांग्रेस पर लगाया 210 करोड़ जुर्माना
दरअसल कांग्रेस को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 13 फरवरी को 105 करोड़ के बकाया टैक्स की वसूली के लिए नोटिस भेजा था। इसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस पार्टी पर 210 करोड़ का जुमार्ना लगाया और बैंक खाते फ्रीज कर दिए थे। इनकम टैक्स की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस नेता और वकील विवेक तन्खा ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है लेकिन कोर्ट ने कांग्रेस के बैंक खातों पर आईटी एक्शन को रोकने की याचिका खारिज कर दी। इस मामले में जस्टिस यशवंत वर्मा के साथ जस्टिस पुरुषेंद्र कुमार कौरव की बेंच ने सुनवाई की और कहा कि इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल की ओर से बैंक खातों को बंद करने को लेकर लिये गये फैसले को छेड़ने की कोई वजह दिखाई नहीं दे रही है।
कांग्रेस का फंड रोकना लोकतंत्र पर कुठाराघात-माकन
वहीं इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल के इस फैसले के बाद कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने भी केन्द्र की बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया और कहा था कि बीजेपी सरकार ने जानबूझकर इसके लिए लोकसभा चुनाव का ही समय चुना है। इस तरह बैंक खातों को बंद करना और कांग्रेस के फंड को रोकना लोकतंत्र पर कुठाराघात है, क्योंकि यह आमचुनाव से ठीक पहले यह फैसला आया है। उन्होंने कहा ऐसी स्थिति में कोई निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद कैसे कर सकता है। जब आयकर अधिकारियों ने कांग्रेस के बैंक खातों से 270 करोड़ रुपए का अमाउंट जब्त कर लिया है। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस कानूनी सेल हेड विवेक तन्खा ने अपीलेट ट्रिब्यूनल में दलील दी ओर कहा अगर रोक नहीं लगाई तो कांग्रेस वित्तीय संकट में होगी। उन्होंने कहा कि इस समय हमें एक सुरक्षा आदेश की जरूरत है। राजनीतिक पार्टियां और चुनाव आते-जाते रहेंगे, लेकिन राजस्व सरकार का एक विभाग है। भारत को भी कानून के अनुसार ही चलना होगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा चुनाव के मैदान में पैसों के साथ अगर केवल एक ही पार्टी होगी तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? अगर रोक नहीं लगाई, तो आम चुनाव से पहले कांग्रेस वित्तीय संकट में होगी।