छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना हैं। आदिवासी बाहुल्य इस राज्य में 2018 में कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने में सफलता हासिल की थी। ऐसे में सीएम भूपेश बघेल कांग्रेस की अपनी सत्ता बचाने की जद्दोजहद में जुटे हैं। जनहितैषी योजनाओं के बाद अब भूपेश की नजर राज्य के युवा मतदाताओं पर है। जिन्हें रिझाने के लिए कांग्रेस सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने का न सिर्फ ऐलान किया है , बल्कि 1 अप्रैल 2023 से योजना लागू भी हो रही है।
- 1 अप्रैल से मिलेगा युवा बेरोजगारों को भत्ता
- बजट में किया 250 करोड़ रुपये कोे प्रावधान
- सीएम भूपेश बघेल की युवा मतदाताओं पर नजर
- राज्य में 10 से 19 साल के युवाओं की संख्या 54 लाख
- 19 से 25 साल के युवाओं की संख्या 45 लाख
- छत्तीसगढ़ में युवाओं कीआबादी करीब एक करोड़
दअसल इस बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बीजेपी ही नहीं उसकी वोट कटवा पार्टी आम आदमी पार्टी से भी जूझना होगा। आम आदमी पार्टी यहां चुनाव के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। सियासी पार्टियों ने ग्राउंड पर अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के युवाओं को रिझाने के लिए मास्टर स्ट्र्ोक खेला है। प्रदेश के युवा कांग्रेस के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं। दरअसल सीएम भूपेश बघेल ने राज्य के लाखों युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान कर दिया है। अब शिक्षित बेरोजगारों को हर माह 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। इसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है।
अप्रैल से हर माह 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने एक ट्वीट कर बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार 1 अप्रैल 2023 से बेरोजगारी भत्ता योजना शुरू कर रही है। योजना के तहत राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में युवा बेरोजगारों 2500 रुपये मासिक भत्ता प्रदान करेगी। इसके लिए बजट में 250 करोड़ रुपये केे प्रावधान का ऐलान किया गया है। सीएम ने बताया पंजीयन में सरलता के लिए निर्णय लिया गया है कि अप्रैल माह में किसी भी दिन किए गये आवेदनों पर घोषणा अनुसार भत्ता 1 अप्रैल से ही देय होगा।
किन युवाओं को मिलगा योजना का लाभ
छत्तीसगढ़ सरकार की बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ ऐसे युवाओं को मिलेगा जो छत्तीसगढ़ का मूल निवासी हैं। योजना के तहत 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के बेरोजगार युवकों जो 12वीं पास हैं। जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय करीब ढाई लाख से कम है। उन्हें हर माह 2500 रुपये भत्ता दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त उसे छत्तीसगढ़ के किसी भी जिला रोजगार और स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र में नामांकित होना चाहिए।आवेदन के वर्ष के 1 अप्रैल को कम से कम दो साल के लिए उसका रोजगार पंजीकरण होना जरुरी है। इसके लिए बेरोजगारों को सीधे उनके बैंक खातों में 2500 रुपये का मासिक भुगतान होगा। बेरोजगार युवाओं को भी अपने कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
यूथ और बूथ दोनों बढ़े
छत्तीसगढ़ में जहां मतदान केन्द्रों की संख्या बढ़ी है तो वहीं युवा मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी है। पिछले चार साल में मतदाताओं की संख्या करीब नौ लाख बढ़ी है। इनमें तीन लाख नए युवा मतदाता जुड़े हैं जो कि पहली बार वोट देंगे। राज्स में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 94 लाख, 54 हजार है। जबकि पिछली बार विधानसभा चुनाव 2018 में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 85 लाख 45 हजार 819 ही थी।वहीं विधानसभा चुनाव के लिए इस बार 76 बूथ बढ़ाए गए हैं। अब इनकी संख्या 23,907 हो गई है। बता दें राज्य में सितंबर 2022 से अबतक कोई वेकेंसी नहीं आई है। राज्य में युवाओं की संख्या की बात करें तो 10 से 19 साल के युवाओं की संख्या 54 लाख है। तो वहीं 19 से 25 वर्ष के युवाओं की बात की जाए तो उनकी संख्या भी 45 लाख के आस पास है। इन दोनों को जोड़ने पर एक करोड़ आबादी युवाओं की होती है। इतनी बड़ी संख्या में युवाओं की फौज का उपयोग सीएम भूपेश बघेल अपनी सरकार फिर से बनाने में उपयोग कर सकते हैं।