राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार को विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ा। लेकिन करीब 8 मिनट तक वे पुराना बजट पढ़ते रहे। इस बीच महेश जोशी ने उनके कान में आकर कुछ कहा। तब गलती का अहसास हुआ, इस दौरान विपक्ष ने भारी हंगामा शुरू कर दिया।
सीएम ने दिए जांच के निर्देश
वहीं मुख्य सचिव उषा शर्मा विधानसभा में सीएम के पास पहुंची। सीएम ने उन्हें जांच करने को कहा है। कुछ देर स्थगित रहने के बाद राजस्थान विधानसभा सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई। आसन पर स्पीकर डॉ सीपी जोशी मौजूद रहे। पिछले साल के बजट को पढ़ने पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा जो कुछ भी घटनाक्रम हुआ। वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
नेता प्रतिपक्ष ने लिया आड़े हाथों
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा, राजस्थान के इतिहास में यह पहली ऐसी घटना है। इस पर स्पीकर जोशी का कहना था कटारिया जी आप सीनियर हैं। सीएम और मैं खड़े हुए थे। हाउस की एक परम्परा रही है। लेकिन नेता प्रतिपक्ष कटारिया नहीं माने उन्होंने कहा ये नहीं हो सकता है। इस पर स्पीकर ने कहा आप मुझे डिक्टेट करेंगे क्या
राजस्थान का इतिहास रहा है मानवीय भूल होती रही हैं
स्पीकर ने कहा सीएम अपना भाषण दे रहे थे हमने पता लगाया है कि कभी कभी गलती हो जाती है तो करेक्ट करने की स्थिति बनती है। आपको लगता है कि गलती हुई है तो सुधार किया जा सकता है। नेता प्रतिपक्ष कटारिया को पूरा अधिकार है। मेहरबानी करके राजस्थान का इतिहास रहा है। मानवीय भूल होती रही है। वे अध्यक्ष के तौर पर यह कहते हैं कि 11 बजे से 11.42 बजे तक विधानसभा में जो कुछ भी हुआ वे उसे एक्सपंज करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा बजट की गरिमा होती है। जो कुछ पढ़ा है वो बजट नहीं है। इस बजट का औचित्य नहीं है। बाहर के व्यक्ति ने आकर सीएम को कहा कि आप गलत बजट पढ़ रहे हो। इसका मतलब उसके पास कॉपी कहां से गई। 10 मिनट पढ़ने के बाद जब दूसरे व्यक्ति ने कहा कि गलत बजट है। राज्यपाल ने जब बजट का समय तय कर दिया। उसके बाद गलत बजट पढ़ा गया, तो इसका मतलब बजट लीक हो गया।
नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा विधानसभा सदन को स्थगित किया जाए। महेश जोशी को कैसे पता लगा कि ये बजट गलत है। ये बजट लीक नहीं तो और क्या है। नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने बजट को स्थगित करने की मांग विधानसभा स्पीकर डॉ सीपी जोशी से की। साथ ही कहा कि ये बजट पेश नहीं हो सकता।
संविधान के आर्टिकल 202 को उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पढ़ा, जिसमें नियम प्रक्रिया 138 पढ़ा और कहा राज्यपाल की अनुमति से बजट रखा जाएगा। समय तय हुआ है। 11 बजे सीएम के साथ में जो बजट था वो पिछले साल का था। इसलिए आज बजट को पोस्टपॉन्ड करें। बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक बुलाएं। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा, बजट की कॉपी अधिकारी दीर्घा में अधिकारी के पास थीं, जबकि मुख्यमंत्री जबकि मुख्यमंत्री पुराना बजट पड़ रहे थे। इसलिए यह बजट लीक हुआ है और इसको स्थगित किया जाए।