छत्तीसगढ के सीएम भूपेश बघेल ने विधानसभा चुनाव से पहले युवा मतदाताओं खासकर इस बार चुनाव में पहली बार वोट डालने वाले नव मतदाताओं पर डोरे डालना शुरु करक दिया है। दरअसल छत्तीसगढ़ में पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं की संख्या इस बार 5 लाख से अधिक है। यही वजह है कि सीएम भूपेश ने भेंट मुलाकत कार्यक्रम के तहत एक और मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है। जिसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है। बता दें सीएम भूपेश बघेल युवाओं से भेंट मुलाकत कार्यक्रम पहले ही शुरू कर चुके हैं। इसके आगे बढ़कर उन्होंने नए वोटर्स के लिए ‘बात हे स्वाभिमान के हमर पहली मतदान के’ कैंपेन लॉच किया। छत्तीसगढ़ में जहां विरोधी पार्टियों को अब इसकी काट समझ में नहीं आ रही है। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो राज्य में पीएससी घोटाले के कलंक को धोने की कोशिश इस कार्यक्रम के जरिए की गई।
- फर्स्ट टाइम वोटर्स के लिए बड़ा सम्मेलन
- कांग्रेस ने आयोजित किया सम्मेलन
- कार्यक्रम में सम्मिलित सीएम बघेल ने डाले युवाओं पर डोरे
- सीएम बघेल ने की युवाओं से की ये अपील
- ‘नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में करें सहयोग’
- बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाया युवाओं को छलने का आरोप
- युवाओं के भविष्य के साथ किया खिलवाड़ करने का लगाया आरोप
दरअसल कांग्रेस ने फर्स्ट टाइम वोटर्स को लुभाने के लिए रायपुर में फर्स्ट टाइम वोटर्स का एक बड़ा सम्मेलन किया। एनएसयूआई के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल सीएम भूपेश बघेल ने युवाओं को कांग्रेस सरकार की ओर से युवाओं के लिए किए गए कामकाज की जानकारी साझा की। मुख्यमंत्री ने युवाओं से नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने की प्रक्रिया में अपना योगदान देने की अपील की। दरअसल यह पूरी कबायद युवाओं के वोट बैंक को अपनी तरफ करने की है जिसके चलते मुख्यमंत्री इन दिनों युवाओं के साथ संवाद कर रहें है।
मई 2022 में हुई थी भेंट मुलाकात की शुरुआत
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल साल 2022 से ही चुनावी तैयारी में जुट गए थे। उन्होंने करीब 1 साल पहले मई 2022 में भेंट मुलाकात कार्यक्रम की शुरूआत की थी। इसके तहत वे 90 विधानसभा के लोगों के बीच सीएम भूपेश बघेल पहुंचे। लोगों से उन्होंने ने सीधे संवाद किया। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के समपान को भी उन्हेोंने समारोह पूर्वक आयोजित किया।
कार्यक्रम की खास बात ये थी कि भेंट मुलाकात के दौरान सीएम जिनके घर गए उनको सीएम हाउस में खाने पर बुलाया गया।दरअसल सीधे संवाद का समापन का ये एक अध्याय था। इसी को सीएम आगे बढ़ा रहे हैं। पहले विधानसभा को कवर किया गया। अब राज्य के युवाओं खासकर पहली बार वोट देने जा रहे नव मतदाताओं तक कांग्रेस की पहुंच बनाने की कवायद की जा रही है। यही वजह है पुराने कलेवर में नई ऊर्जा के साथ फिर भेंट मुलाकात युवाओं के साथ शुरू किया गया।
BJP का आरोप, युवाओं का भविष्य किया बर्बाद
वहीं बीजेपी छत्तीसगढ़ सरकार पर युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने का आरोप लगा रही है। बीजेपी प्रवक्ता अमित साहू का कहना है राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को युवाओं से मिलकर उनसे माफी मांगनी चाहिए क्योंकि पिछले करीब पांच साल में उन्होंने राज्य के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। अमित साहू ने कहा कि राज्य के युवाओं को नौकरी देने का वादा कर सत्ता में आनेवाली कांग्रेस पार्टी की सरकार ने सत्ता में आते ही युवाओं को छलने का काम किया है। उन्होंने कहा सरकार बेरोजगारी और नौकरी के झुठे आंकड़े के साथ युवाओं को छलने का काम कर रही है। जबकि पीएससी और व्यापम में घोटाला कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
कांग्रेस 2018 में ही समझ गई थी युवा मतदाताओं की ताकत
दरअसल पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में ही कांग्रेस युवाओं की ताकत को समझ गई थी। राज्य में 2018 के चुनाव के समय राज्य में करीब एक करोड़ 85 लाख 45 हजार 819 मतदाता थे। यहां आंकड़ा अब बढ़ गया है। 2023 के आंकड़े बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में पुरुष मतदाताओं की संख्या 97 लाख 27 हजार 594 है तो वहीं महिला वोटरों की संख्या 97 लाख 26 हजार 415 है। इसी प्रकार 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या भी 3 लाख 9 हजार है। 20 से 29 साल के युवा मतदाताओं की संख्या करीब 42 लाख 46 हजार से अधिक है। वहीं पहली बार वोट करने वाले मदाताओं की संख्या 5 लाख से अधिक है। यही वजह है कि कांग्रेस ने इस युवा ताकत को अच्छे से समझ लिया है। हालांकि बीजेपी भी अपने स्तर पर युवा वर्ग तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। वह रणनीति भी बना रही है। बीजेपी कांग्रेस दोनों एक दूसरे की बखियां उधेड़ रही हैं तो युवाओं की असली हितैषी कौन है। बीजेपी या कांग्रेस, किसने युवाओं के लिए ज्यादा काम किए और युवाओं पर कांग्रेस जिस तरह से डोरे डाल रही है क्या युवा कांग्रेस के साथ होंगे। यह तो आने वाले चुनाव में साफ हो जाएगा।।