छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर स्थित लालबाग मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने परेड की सलामी भी ली। समारोह में सशस्त्र बल के जवानों द्वारा मुख्यमंत्री को गार्ड आफ ऑनर दिया गया। सीएम बघेल ने इस मौके पर कई घोषणाएं की।
बस्तर की पहचान नक्सलगढ़ नहीं अब विकासगढ़
गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। ध्वजारोहण करने के बाद वे मां दंतेश्वरी मंदिर के पास सिरहासार चौक में स्थित शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि देने गए। इसके बाद वे आमागुड़ा चौक में पुलिस स्मारक स्थल और चौक के उन्नयन कार्य का शुभारंभ किया और तुरेनार में ग्रामीण औद्योगिक पार्क का अवलोकन भी किया। गणतंत्र दिवस पर सीएम भूपेश बघेल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलगढ़ नहीं विकासगढ़ के रूप में बस्तर की पहचान हो रही है। 4 साल में रिकार्ड धान खरीदी हुई। समर्थन मूल्य में धान बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ी है। 15 लाख से बढ़कर 25 लाख किसानों की संख्या बढ़ी।
शहीद स्मार पहुंचकर दी शहीदों को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। ध्वजारोहण करने के बाद वे मां दंतेश्वरी मंदिर के पास सिरहासार चौक में स्थित शहीद स्मारक में शहीदों को श्रद्धांजलि देने गए। इसके बाद वे आमागुड़ा चौक में पुलिस स्मारक स्थल और चौक के उन्नयन कार्य का शुभारंभ करेंगे और तुरेनार में ग्रामीण औद्योगिक पार्क देखेंगे।
राशनकार्ड धारियों को मिलेगा फोर्टिफाइड चावल
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर राज्य के सभी जिलों में अप्रैल माह से समस्त राशनकार्ड धारियों को पीडीएस के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल दिए जाने की घोषणा की। गौरतलब है कि अभी तक फोर्टिफाइड चावल का वितरण राज्य के 12 जिलों में मध्यान्ह भोजन योजना और पूरक पोषण आहार योजना में वितरित किया जा रहा था। मुख्यमंत्री ने अंत्योदय, प्राथमिकता, एकल निराश्रित एवं निःशक्तजन राशनकार्डधारियों को जनवरी 2023 से दिसम्बर 2023 तक निःशुल्क चावल वितरित किए जाने की भी घोषणा की।
संविधान में लिखी इबारत ही सरकार का मूलमंत्र
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हमारे संविधान में लिखी इबारतों को बहुत ही साफ मन और न्याय के अटूट इरादे से समझा जा सकता है। विरासत में हमें न्याय के लिए जो अडिग साहस मिला है। उसी को हमने अपनी सरकार का मूलमंत्र बनाया है। सबसे कमजोर तबकों को सबसे पहले और सबसे ज्यादा तवज्जो देकर न्याय दिलाना हमने अपना प्रथम कर्तव्य माना है। जिसके कारण हम बिना किसी संशय के विगत चार वर्षाें में छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा पूरी लगन से कर पा रहे हैं।
सीएम ने खोला घोषणाओं का पिटारा
मुख्यमंत्री बघेल ने 74वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आगामी वित्तीय वर्ष से बस्तर संभाग, सरगुजा संभाग और प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासी समाज के पर्वों के उत्तम आयोजन के लिये मुख्यमंत्री आदिवासी पर्व सम्मान निधि के तहत प्रतिवर्ष प्रत्येक ग्राम पंचायत को 10 हजार रूपये प्रदान करने, अगले वित्तीय वर्ष से बेरोजगारों को हर महीने बेरोजगारी भत्ता दिए जाने, महिला समूहों, महिला उद्यमियों, महिला व्यवसायियों एवं महिला स्टार्ट अप को व्यापार उद्योग स्थापित करने हेतु नवीन योजना प्रारंभ किए जाने की घोषणा की।