छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का प्रचार अपने चरम पर पहुंच चुका है। यहां दो चरण में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होने वाला है। जिसे लेकर कांग्रेस बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने प्रचार तेज कर दिया है। इसी क्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को छत्तीसगढ़ के चुनावी दौरे पर रहे।
- पहले चरण का प्रचार अपने चरम पर पहुंचा
- 7 नवंबर को होना है पहले चरण का मतदान
- अमित शाह ने किये जगदलपुर में दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन
- यहां विकास में खर्च किया जा रहा खनिज का पैसा
- बस्तर को माना जाता है सत्ता की चॉबी
- यहां की सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
- शाह ने कहा छत्तीसगढ़ में 3 दिवाली मनेगी
- दीपावली पर मनाई जाएगी पहली दिवाली
- 3 दिसंबर को भाजपा की सरकार बनने पर दूसरी दीवाली
- अयोध्या में श्रीराम मंदिर होगा उद्घाटन तब मनेगी ननिहाल में दिवाली
अमित शाह ने सबसे पहले जगदलपुर के दंतेश्वरी मंदिर में मां दंतेश्वरी देवी के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। कहा जाता है कि अगर किसी भी पार्टी को राज्य में अपनी सरकार बनानी हो तो सत्ता की चाबी बस्तर के पास होती है। यहां की सभी 12 विधानसभा सीटों पर कब्जा जमाने के बाद किसी भी पार्टी के लिए राज्य में सरकार बनाना आसान हो जाता है। फिलहाल इन सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। इन 12 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के लिए बीजेपी को काफी माथापच्ची करनी पड़ी। अव वे बस्तर के जगदलपुर पहुंचे। जहां कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उसके बाद कोंडागांव विधानसभा पहुंचे। जगदलपुर में अमित शाह ने सबसे पहले दीवाली की बात की। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा पूरे देश में एक दिवाली मनेगी, लेकिन छत्तीसगढ़ में 3 दिवाली मनेगी। पहली दिवाली, दिवाली के दिन, दूसरी जब 3 दिसंबर को भाजपा की सरकार बनेगी और तीसरी जब जनवरी में अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर होगा तब उनके ननिहाल में दिवाली मनेगी।
नहीं होगा नगरनार स्टील प्लांट का कोई निजीकरण
इसके बाद अमित शाह छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को निशाने पर लेते हुए उन्हें झूठा बताया। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा- भूपेश बघेल यहां आकर झूठ कह कर गए कि नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण किया जा रह है। वे आज यहां कह रहे हैं नगरनार स्टील प्लांट का कोई निजीकरण नहीं होना है इस पर सिर्फ हमारे बस्तर के लोगों का अधिकार है और किसी का अधिकार नहीं है। छत्तीसगढ़ चुनाव हो और आदिवासियों की बात ना यह हो ही नहीं सकता। ऐसे में अमित शाह ने आदिवासियों के बारे में अपने सरकार और कांग्रेस की सरकार में तुलना करते हुए कहा पहले आदिवासियों के लिए 29 हजार करोड़ होता था। केन्द्र में मोदी सरकार में 1 लाख 25 हजार करोड़ आदिवासियों के लिए बजट रखा ताकि उनका विकास हो सके। अमित शाह ने भूपेश सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने शराब की दुकान खोली और दो हजार करोड़ का घोटाला किया। गौठान में 13 सौ करोड़ का घोटाला किया। पीडीएस में 6 सौ करोड़ का घोटाला। सट्टा ऐप में 5 हजार करोड़ का घोटाला किया। गाय के गोबर में 13 सौ करोड़ खा जाए ऐसी सरकार पहली बार देखा। केंद्रीय गृहमंत्री ने शिक्षा के बारे में भी प्रगति की बात की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में सिर्फ 90 स्कूल थे। मोदी सरकार में 90 से बढ़कर 740 किया गया। 40 हजार शिक्षकों की भर्ती भी मोदी सरकार में की जा रही है। गृहमंत्री ने कहा यहां के खनिज का पैसा यहां विकास में खर्च किया जा रहा है। पीने का पानी, शिक्षा, गौशाला का विकास, हर घर बिजली पहुंचाई जा रही है। वहीं सिकलसेल एनीमिया के बारे में बताते हुए अमिक शाह का कहना था। 2047 तक भारत में एक भी आदिवासी भाई-बहन सिकलसेल एनीमिया से पीडि़त न इसके लिए विदेश डॉक्टर्स के साथ मिशन बनाया जा रहा है।
आदिवासियों का पैसा खाने वालों को करेंगे उल्टा करके सीधा
नक्सल घटनाओं के बारे में बात करते हुए शाह ने कहा कि मोदी सरकार के 9 सालों में नक्सल घटनाओं में कमी आई है। प्रभावित जिलों में 62 प्रतिशत की कमी आई है। अमित शाह ने एक बार छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार लाने की अपील की। ताकि आदिवासियों का पैसा खाने वालों को उल्टा करके सीधा किया जा सके ।साथ ही साथ अमित शाह ने सीएम भूपेश बघेल के वादा खिलाफी की जिक्र करते हुए कहा कि साल में 4 गैस सिलेंडर मुफ्त बांटने, 50 हजार शिक्षकों को भर्ती करने, बिजली का बिल आधा करने जैसे वादों को पूरी नहीं किया। उन्होंने पूरे बस्तर को अंधेरे में डूबोने का काम किया। बता दें बस्तर के जगदलपुर दौरे को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल तक करीब 25 सौ जवान तैनात रहे। साथ ही बम निरोधक दस्ते की करीब 10 से ज्यादा टीमें भी मौजूद थीं। कार्यक्रम स्थल से लेकर एयरपोर्ट तक पहुंचने वाले मार्ग पर लगातार सर्चिंग अभियान चलाया गया।