क्या पीएम मोदी के रायपुर दौरे से क्या बदलेगा छत्तीसगढ़ बीजेपी का नसीब?, क्या काका और बाबा के हाथ से सत्ता छीनने में होगी बीजेपी कामयाब?

Chhattisgarh Assembly Election

छत्तीसगढ़ में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। कांग्रेस जहां आत्म विश्वास से लबरैज नजर आ रही है वहीं बीजेपी में संशय के हालात बने हुए है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। वे राजधानी रायपुर में आम सभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी का कार्यक्रम रायपुर में ही आयोजित होगा। ऐसा बताया जा रहा है कि इस दौरान पीएम रायपुर से ही फ्लाई ओवर ब्रिज, कुम्हारी रेलवे का सोलर पॉवर प्रोजेक्ट और भिलाई आईआईटी का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही बीजेपी ने पीएम मोदी की बड़ी जनसभा की योजना बनाई है। जिसमें करीब डेढ़ लाख लोगों को लाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन बीजेपी की छत्तीसगढ़ में जो हालत है वह किसी से छुपी नहीं है। ऐसे में पीएम मोदी का ये दौरा कितना कारगर साबित होगा।

पीएम मोदी ही होेंगे चुनाव में बीजेपी का चेहरा

राज्य में पिछले पांच साल के दौरान बीजेपी के बडे़ नेता एक जाजम पर आकर कोई बड़ा आंदोलन कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के सामने खड़ा नहीं कर सके। अब जबकि कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बना दिया है, ऐसे में कांग्रेस का अंदरुनी असंतोष भी लगभग खत्म हो गया, जिसके भरोसे पर बीजेपी चुनाव से पहले बयानबाजी कर रही थी। अब बीजेपी को पीएम नरेन्द्र मोदी से ही उम्मीद है। चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में बीजेपी के लिए सबसे बड़ा चुनावी चेहरा हैं। पीएम मोदी को लेकर लोगों का मानना है कि वे चुनाव में गेमचेंजर साबित हो सकते है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री का चेहरा आगे करके चुनाव लड़ने पर थोड़ा बहुत फर्क पड़ेगा। छत्तीसगढ़ की करीब 40 प्रतिशत जनता ने एनडीए सरकार के मुखिया के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी के कामकाज को बहुत बेहतर करार दिया है। तो करीब 45 फीसदी लोग मानते हैं पीएम के रूप में उनका काम संतोषजनक है। कांग्रेस से जन्मजात जुड़े कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी नजर में पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी का कामकाज ठीक नहीं रहा। यही वजह है कि आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी पीएम मोदी के ही भरोसे नजर आ रही है। पीएम का चेहरा आगे कर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को चुनौती दी जाएगी। लोकसभा चुनाव से पहले राज्य की 90 सीटों पर विधानसभा चुनाव होना है। करीब 71 सीट पर फिलहाल कांग्रेस काबिज है। ऐसे में बीजेपी के सामने 2003 वाला प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है।

कांग्रेस ने मांगा पीएम से वादों का हिसाब

इधर पीएम मोदी के दौरे से पहले कांग्रेस सक्रिय हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने पीएम से उन वादों को लेकर कांग्रेस सवाल पूछना शुरू कर दिया है जो 2014 में लोकसभा चुनाव के समय किये गये थे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला कहते हैं कि प्रधानमंत्री का छत्तीसगढ़ में स्वागत है। प्रधानमंत्री के पास छत्तीसगढ़ की जनता को देने के लिए और बताते के लिए कुछ नहीं है। साल 2014 में पीएम ने वादा किया था युवाओं को रोजगार देंगे। देशभर में युवाओं को रोजगार मिलता तो 18 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता और इसमें छत्तीसगढ़ के 32 लाख युवाओं को भी रोजगार मिलता। किसानों की आए दुगनी करने की बात कही गई, ऐसा होता तो छत्तीसगढ़ के 28 लाख किसानों की आए दुगनी होती। महंगाई कम की होती तो सिलेंडर 400 रुपए में मिलता। ऐसे में जबकि पीएम छत्तीसगढ़ आ रहे है तो अपने वादों का भी हिसाब देकर जाएं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के असहयोग के बाद भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के चलते बेरोजगारी दर कम है।

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