सिसोदिया पर सीबीआई का शिकंजा, लुकआउट नोटिस जारी

सिसोदिया पर सीबीआई का शिकंजा, लुकआउट नोटिस जारी

लुकआउट नोटिस जारी 

दिल्ली की केजरीवाल सरकार और आबकारी घोटाला दोनों ही सुर्खियों में बना हुआ है। इस बीच सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। सीओआई की ओर से दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ अब सर्कुलर नोटिस जारी कर दिया गया है। सर्कुलर नोटिस जारी होने के बाद सिसोदिया देश से बाहर  नहीं जा सकते हैं। ये  नोटिस सीबीआई की ओर से  जारी किया गया है। बता कि कथित आबकारी घोटाले से जुड़े दूसरे आरोपियों के खिलाफ भी  लुकआउट नोटिस पहले ही जारी कर दिया गया है। जिससे घोटाले से जुड़ा कोई भी व्यक्ति देश से बाहर ना जाने पाए। इस तरह डिप्टी सीएम सिसोदिया समेत 13 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी हुआ है।

मनीष ने पीएम मोदी पर किया हमला

लुकआउट नोटिस जारी होने से ठीक पहले मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट किया।  जिसमें उन्होंने पीएम नरेन्द्र  मोदी का एक पुराना वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में पीएम मोदी सीबीआई छापेमारी को लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार को घेरते दिख रहे हैं। वे कह रहे हैं कि सीबीआई छापेमारी गुजरात को बदनाम करने के लिए की जा रही है। सरकार एजेंसी का इस्तेमाल कर रही है। इसे शेयर करते हुए सिसोदिया ने लिखा  माना कि धीरे धीरे तो, मौसम भी बदलते रहते हैं। आपकी रफ़्तार से तोए हवाएं भी हैरान हैं साहब।

सिसोदिया के घर 14 घंटे रहा सीबीआई का डेरा

बता दें 20 अगस्त की सुबह सीबीआई की एक टीम ने मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की थी।  छापेमारी करीब 14 घंटे तक चली। इस दौरान सीबीआई सिसोदिया के घर पर डेरा जमाए रही।  सीबीआई की ओर से बताया जाता है कि आबकारी नीति मामले को लेकर सिसोदिया और बाकी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिसके तहत ये छापेमारी की गई। हालांकि छापेमारी के बाद क्या निकला। इसका खुलासा सीबीआई की ओर से नहीं किया गया। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी की ओर से  तंज भी कसा जा रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि इतनी बड़ी छापेमारी के बाद भी सीबीआई के हाथ कुछ नहीं लगा।

सीबीआई अब बिना पिंजरे का तोता!

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने भी सीबीआई पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि सीबीआई कभी पिंजरे में बंद होता हुआ करती थी। अब बिना पिंजरे की तोता है। अब इसके फर भगवा हैं और पंख ईडी है। जो इसके मालिक कहते हैं वही करती है। कपिल सिब्बल ने उिप्टी सीएम सिसोदिया के आवास पर छापे को लेकर सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया। इससे पहले भी उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर हुई कार्रवाई पर सवाल उठाए थे।

2013 में HC ने की तोता वाली टिप्पणी

दरअसल 2013 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने  सीबीआई को तोता बताने वाली टिप्पणी की थी। तब कोयला आवंटन मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही थी। तब जस्टिस आरएम लोढ़ा ने पिंजरे के तोते की बात कही थी। उन्होंने साथ ही सवाल भी दागा था कि पिंजरे में बंद तोते को रिहा करने में कितना समय लगेगा।

कब किया जाता है लुक आउट सर्कुलर

दिल्ली के डिप्टी सीउएम मनीष सिसोदिया के के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। जानते हैं क्या होता है लुक आउट नोटिसए क्या है इसका मतलब और अब क्या हो सकती है। दरअसल सीआई ने आबकारी घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि लुक आउट सर्कुलर तब जारी किया जाता हैए जब आरोपी की विदेश यात्रा पर रोक लगानी हो। यानी कि अब मनीष सिसोदिया के देश छोड़ने पर रोक लग गई है। लुकआउट सर्कुलर  को लुकआउट नोटिस के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सर्कुलर है जो अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित करने के लिए जारी किया जाता है कि आपराधिक मामले में नामित व्यक्ति देश से भाग न जाए। इस नोटिस के जारी होने के बाद अपराधी के देश छोड़कर जाने पर पाबंदी लग जाती है।

किस तरह की हो सकती है कार्रवाई

लुक आउट सर्कुलर यानी एलओसी के तहत कई तरह की कार्रवाई हो सकती है। सरकार को यह सूचित किया जा सकता है कि किस व्यक्ति के खिलाफ एलओसी जारी किया गया है। कौन देश छोड़कर जा रहा है।अधिकारी उनके यात्रा दस्तावेजों को जब्त करने और एजेंसी को भेजने का कार्य भी कर सकते हैं। दोषी व्यक्ति के देश में प्रवेश करने के समय भी जांच एजेंसियों को सूचित करना आदि ।

लुकआउट नोटिस कौन जारी कर सकता है

लुकनोटिस जारी करने का अधिकार कई तरह के अधिकारियों और एजेंसीज को होता है। यह जरूर तय है कि इसे जारी करने वाला अधिकार डिप्टी सेक्रेटरी के रैंक से नीचे नहीं होना चाहिए। जांच और सुरक्षा एजेंसियों के विभिन्न पदाधिकारियों के पास लुकआउट नोटिस जारी करने का अधिकार होता है। डीएम, पुलिस सुप्रीटेंडेंट और इंटरपोल ऑफिसर भी  लुकआउट नोटिस जारी कर सकते हैं।

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