अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट इस सीट पर 5 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं। मिल्कीपुर सीट पर कब कौन रहा विजेता और क्या है सीट के सियासी समीकरण। जानेंगे विद्वानों से सब कुछ। इस चुनाव में सभी पार्टियां जातीय समीकरण साधने की कोशिश में लगी हैं। आखिर क्यों यूपी की हॉट सीट बनी मिल्कीपुर ? और क्या कहता है सीट का जातीय समीकरण।
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा के साथ ही चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव आयोग ने 5 फरवरी को मिल्कीपुर में उपचुनाव करवाने का ऐलान किया है। वहीं 8 फरवरी को इसके नतीजे जारी किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव के बाद से ही यह सीट लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। फैजाबाद से सपा सासंद अवधेश प्रसाद इस सीट से विधायक थे। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और अब सपा ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मिल्कीपुर से चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पहले सुन लेते है मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर बीजेपी सपा क्या कह रही है।
इससे पहले नवंबर 2024 में यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। इनमें से 7 सीटों पर बीजेपी, जबकि दो सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी। करहल और सीसामऊ सीट पर समाजवादी पार्टी ने झंडा फहराया था तो बाकी सात सीटों पर भाजपा ने बाजी मारी थी। वहीं मिल्कीपुर उपचुनाव कोर्ट में डाली गई एक याचिका की वजह से टल गई थी। वहीं याचिका वापस लेने के बाद अब मिल्कीपुर में उपचुनाव होने जा रहा है। हम पहले ये जान लेते है कि इस सीट पर कब कौन विजेता रहा है।
- 1967- रामलाल मिश्र, कांग्रेस
- 1969- हरिनाथ तिवारी,भारतीय जनसंघ
- 1974- धरम चंद्र, कांग्रेस
- 1977- मित्रसेन यादव,CPI
- 1980- मित्रसेन यादव,CPI
- 1985- मित्रसेन यादव,CPI
- 1989- बृज भूषण मणि त्रिपाठी,कांग्रेस
- 1991- मथुरा प्रसाद तिवारी, CPI
- 1993- मित्रसेन यादव, CPI
- 1996- मित्रसेन यादव, CPI
- 1998 (उपचुनाव)- राम चन्द्र यादव,सपा
- 2002- आनंद सेन यादव,सपा
- 2004(उपचुनाव)- राम चन्द्र यादव,सपा
- 2007- आनंद सेन यादव,बसपा
- 2012- अवधेश प्रसाद,सपा
- 2017- बाबा गोरखनाथ,बीजेपी
- 2022- अवधेश प्रसाद,सपा
एक नजर उन बिन्दुओं पर भी डाल लेते हैं कि क्या कह रहे है 2022 और 2017 के चुनाव परिणाम।
- 2022 चुनाव परिणाम
- जीते- अवधेश प्रसाद, सपा
- हारे- बाबा गोरखनाथ, बीजेपी
- सपा को मिले- 1,03,905 वोट
- सपा वोट%- 47.99
- बीजेपी को मिले-90,567
- बीजेपी वोट %- 41.83
- जीत-हार का मार्जिन- 13,338
2017 चुनाव परिणाम
- जीते- बाबा गोरखनाथ, बीजेपी
- हारे- अवधेश प्रसाद, सपा
- बीजेपी को मिले- 86,960 वोट
- बीजेपी वोट%- 42.2
- सपा को मिले-58,684
- सपा वोट %- 29.4
- जीत-हार का मार्जिन- 28,276
2012 चुनाव परिणाम
- जीते- अवधेश प्रसाद, सपा
- हारे- पवन कुमार, बसपा
- सपा को मिले- 73,803 वोट
- सपा वोट%- 42.3
- बसपा को मिले-39,566
- बसपा वोट %- 22.6
- जीत-हार का मार्जिन- 34,237
मिल्कीपुर के उपचुनाव में जातीय समीकरणों की अहम भूमिका रहने वाली है। बता दें कि मिल्कीपुर में कुल 3,40,820 मतदाता हैं। जातिय समीकरणों की बात करें तो यादव-पैसठ हजार, पासी- 60 हजार, ब्राह्मण- 50 हजार, गैर-पासी दलित- 50 हजार, मुस्लिम- 35 हजार, ठाकुर समाज – 25 हजार, चौरसिया- 15 हजार और वैश्य- 12 हजार हैं।
मिल्कीपुर विस सीट, जातिगत समीकरण
- यादव- 65 हजार
- पासी- 60 हजार
- ब्राह्मण- 50 हजार
- मुस्लिम- 35 हजार
- ठाकुर- 25 हजार
- गैर-पासी दलित- 50 हजार
- चौरसिया- 15हजार
- वैश्य- 12 हजार
आधा दर्जन मंत्रियों को जिम्मेदारी
मिल्कीपुर सीट जिताने की जिम्मेदारी जिन लोगों को दी गई है। उसमें प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर, आयुष एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री डॉ.दयाशंकर सिंह दयालु, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और सतीश शर्मा को यह सीट जिताने की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों डिप्टी सीएम भी लगातार इस विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर इस सीट को जिताने के लिए तैयारी करेंगे।
(प्रकाश कुमार पांडेय)