अयोध्या और दिल्ली। आज रविवार यानी 22 तारीख को सुबह 10 बजे अयोध्या के हेरिटेज होटल में एक बैठक होने वाली थी। वह बैठक अब रद्द हो गयी है और अब 4 हफ्ते तक नहीं होगी। पहलवानों और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की यह AGM की बैठक थी। इतना ही नहीं, गोंडा में चल रही कुश्ती की नेशनल चैंपियनशिन को भी रद्द किया गया है। ये दोनों ही फैसले खेल मंत्रालय के फैसले के बाद लिए गए हैं, जिसमें WFI की सभी एक्टिविटीज को स्थगित कर दिया गया था। इसके साथ ही बृजभूषण सिंह की हनक और तेवर भी ठिकाने पर आ गए हैं।
अब तक क्या-क्या हुआ है
- खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को 4 हफ्ते तक चुप रहने को कहा
- खेलमंत्री ने आरोपों की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाई
- जांच पूरी होने तक बृजभूषण को महासंघ की गतिविधियों से बाहर रहने को कहा
- बृजभूषण की हनक पर लगाम लगी
- बैठक रद्द होने के बाद इसमें शामिल होने पहुंचे जनरल काउंसिल के सभी 54 सदस्य अब वापस लौट रहे
- AGM की बैठक के बाद बृजभूषण मीडिया से बात करने वाले थे
- शनिवार शाम को खेल मंत्रालय ने WFI की सभी एक्टिविटीज को स्थगित करने का आदेश दिया था
- फेडरेशन के सहायक सचिव विनोद तोमर को अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड किया है
- विनोद पर खिलाड़ियों से रिश्वत लेकर करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप है
- सस्पेंड किए जाने से पहले तोमर ने कहा था कि फेडरेशन के ज्यादातर लोग बृजभूषण शरण सिंह के साथ हैं
- उन्होंने यह भी कहा था कि खिलाड़ियों के आरोप निराधार हैं, क्योंकि चार दिन बीतने के बाद भी कोई सबूत पेश नहीं किए गए
रेल मंत्रालय के नोटिस का जवाब
खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ को एक नोटिस भी भेजा था, जिसका जवाब रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने दिया। फेडरेशन की ओर से कहा गया- प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी अपने निजी हित के लिए WFI को बदनाम कर रहे हैं। विरोध के पीछे उनके पर्सनल एजेंडे हैं। WFI में अध्यक्ष या कोई भी मनमानी नहीं कर सकता है। यहां कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।
या इलाही, ये माजरा क्या था
18 जनवरी को विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत करीब 30 पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ धरने पर बैठ गए। धीरे-धीरे इस प्रदर्शन में 200 से ज्यादा खिलाड़ी शामिल हो गए। उन्होंने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। पहलवानों ने WFI अध्यक्ष से इस्तीफा देने की मांग की।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का तीन दिन धरना जारी रहा। यह धरना शुक्रवार यानी 20 जनवरी की देर रात 1 बजे खत्म हो गया। ये फैसला खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच 7 घंटे चली मीटिंग के बाद लिया गया। अनुराग ठाकुर ने बताया एक जांच समिति का गठन किया जाएगा। यह 4 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट देगी।
भारतीय ओलंपिक महासंघ (IOA) ने भी समिति बनाई
यौन शोषण के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच दंगल तीन दिनों तक चला और दोनों ही पक्ष मैदान छोड़ने को तैयार नहीं दिखे। पहलवानों ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) को भी लेटर लिखा। पहलवानों ने आरोप लगाया- जब टोक्यो ओलिंपिक में विनेश फोगाट मेडल से चूक गई थीं, तब कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने उन्हें मानसिक तौर पर इतना परेशान किया कि विनेश ने सुसाइड का मन बना लिया था।
ओलंपिक महासंघ ने भी पांच सदस्यों की एक समिति बनाई है, जिसमें मैरी कॉम, डोला बनर्जी और योगेश्वर दत्त भी शामिल हैं। फिलहाल, नतीजा अभी चार हफ्तों बाद ही दिखेगा कि इस कुश्ती से हुआ क्या और किसका कितना भला हुआ?