गौतम अब पॉलिटिक्स को लेकर गंभीर नहीं…गौतम गंभीर क्यों नहीं लड़ना चाहते हैं चुनाव, जेपी नड्डा से किया ये अनुरोध !

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर को लगता है अब राजनीति रास नहीं आ रही है। शनिवार 2 मार्च को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ट्वीट करते हुए इस पूर्व क्रिकेटर ने राजनीति से दूरी बनाने के संकेत दिए हैं। बीजेपी के लोकसभा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने शनिवार 2 मार्च को बीजेपी के अध्यक्ष जे पी. नड्डा से अनुरोध किया कि वे उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त कर दें जिससे वे अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें।

गौतम गंभीर ने दिये राजनीति छोड़ने के संकेत

गौतम ने कहा है कि उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें अपने राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है। जिससे वे पहले की तरह क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर सकें। गौतम गंभीर ने यह भी लिखा है कि उन्हें लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ईमानदारी से धन्यवाद देते हैं।

AAP और कांग्रेस को दी थी गौतम ने चुनावी मात

बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली की सीट पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने बड़ी जीत दर्ज की थी। आम आदमी पार्टी की आतिशी और कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली पर भारी पड़ते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर करीब 3 लाख 90 हजार वोट के बड़े अंतर से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। इस तरह लोकसभा चुनाव के मैदान में गौतम ने गंभीरता पूर्वक पहली बार कदम रखा और जीत दर्ज की थी। गौतम गंभीर ने पहली बार ही जीत दर्ज की थी।

2018 में लिया था क्रिकेट से संन्यास

इससे पहले गौतम गंभीर ने 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। इसके बाद से वे सेना, जवानों और दूसरे सामाजिक मुद्दों पर ट्विटर के जरिए अपनी राय रखा करते थे। राष्ट्रवादी छवि बनाने के बाद से ही उस समय चर्चा थी कि गंभीर जल्द ही बीजेपी ज्वॉइन कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने इस बात को कभी माना नहीं था, लेकिन वे 2019 के लोगसभा चुनाव के समय बीजेपी में शामिल हुए और क्रिकेट के मैदान पर आक्रामक रुख के लिए मशहूर रहे इस खिलाड़ी ने राजनीति में भी जोरदार शुरुआत की थी। ताबड़तोड़ रोड शो और धुआंधार चुनावी रैलियां की थीं। अब गंभीर के अचानक इस फैसले से राजनीतिक जानकार भी थोड़ा अचंभित जरूर हैं।

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