बीजेपी बनाएगी चुनावी राज्यों के लिए खास रणनीति,रणनीति पर आज होगा मंथन

BJP Central Election Committee

देश के पांच राज्यों में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। जहां सियासी दलों के साथ ही चुनाव आयोग ने भी तैयारी तेज कर दी है। इस बीच बीजेपी की एक बड़ी बैठक होने जा रही है। जिसमें इन चुनावी राज्यों को लेकर मंथन किया जाएगा। बता दें बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुधवार शाम पार्टी के दिल्ली स्थित मुख्यालय पर आयोजित की जाएगी। बैठक में इन राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सभी 15 सदस्यों के उपस्थित रहने की संभावना है।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य अध्यक्ष वीडी शर्मा और अन्य प्रमुख नेता बैठक में भाग लेंगे। साल के अंत में जिन पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। उनमें से मध्य प्रदेश में भाजपा सत्ता में है। जबकि कांग्रेस राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता में है। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति के नाम से जाना जाता था का शासन है। वहीं मिज़ोरम पर मिज़ो नेशनल फ्रंट यानी एमएनएफ की सरकार है।

कर्नाटक की जीत के बाद बढ़ा कांग्रेस का हौसला

दरअसल कर्नाटक में जीत हासिल करने के बाद से ही कांग्रेस अगले मिशन की तैयारियों में जुट गई है। मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ ही नहीं तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति पर मंथन जारी है। जहां कुछ राज्यों में कांग्रेस का सीधा मुकाबला बीजेपी से होने की पूरी संभावना है। ऐसे में बीजेपी भी चुनावी राज्यों के लिए अपनी तैयारी को तेज कर रही है। बैठक में कमजोर सीटों पर पार्टी को मजबूत करने पर चर्चा की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। प्रत्याशियों के चयन और चुनावी रणनीति पर भी चर्चा किए जाने की संभावना है। पार्टी ने ऐसी सीटों की सूची तैयार कर ली है। जहां अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

राजस्थान के लिए बैठक के खास मायने

राजस्थान के लिहाज से यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि राजस्थान हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होता है। वहीं राजस्थान में चुनाव प्रबंधन समिति और चुनाव प्रचार प्रसार समिति की घोषणा नहीं की जा सकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि बैठक के बाद राजस्थान के लिए इन दोनों समितियों की घोषणा भी भाजपा केंद्रीय नेतृत्व कर राजस्थान की स्थिति को साफ कर सकता है। राजस्थान बीजेपी में अभी भी सब कुछ सामान्य नहीं है। उसके अलग-अलग धड़ में बटे नेताओं भले ही संगठित करने के लिए पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे कर दिया हो, लेकिन अभी भी एक धड़ा ऐसा है जो नेतृत्व को लेकर नाराज है। ऐसे में बैठक में चुनाव प्रबंधन समिति और चुनाव प्रचार प्रसार समिति को लेकर भी फैसला हो सकता है। दरअसल एमपी सहित अन्य राज्यों में बीजेपी केंद्र नेतृत्व ने समितियां बना दी हैं लेकिन राजस्थान में अभी भी कोई घोषणा नहीं की गई।

ये है इन चुनावी राज्यों का सियासी गणित

जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले उनके सियासी समिकरण की बात करें तो मिजोरम में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं। जबकि लोकसभा की 1 और राज्यसभा की 1 सीट है। वहीं मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। यहां लोकसभा की 29 और राज्यसभा की 11 सीटें हैं। राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं। राजस्थान में लोकसभा की 25 और राज्यसभा की 10 सीटें हैं। बात करें छत्तीसगढ़ की तो यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। यहां लोकसभा की 11 तो 5 सीट राज्यसभा की हैं। उधर तेलंगाना में विधानसभा की कुल 119 सीटों के साथ लोकसभा की 17 और राज्यसभा की 7 सीटें हैं। यानी इन पांच राज्यों में लोकसभा की 83 और राज्यसभा की 34 सीट हैं। जाहिर सी बात है विधानसभा चुनावों में इन राज्यों में जिस दल को बहुमत मिलेगा उसे लोकसभा चुनाव में तो लाभ मिलेगा ही उसकी राज्यसभा की सीटों पर भी असर दिखाई देगा।

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