मध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की है। इस बार कहा जा रहा था कि आम आदमी पार्टी वोट कटवा साबित होगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका हालांकि आप की जगह भारत आदिवासी पार्टी ने जरुरी अपना प्रदर्शन बेतहर किया है। उसे राजस्थान में तीन और मध्यप्रदेश में 1 सीट हासिल हुई है। बता दें कि भारत आदिवासी पार्टी तीन महीने पहले ही अस्तित्व में आई है। इससे पहले पार्टी का नाम भारत ट्राइबल पार्टी था। बता दें राजस्थान में बसपा 2 सीट तो भारत आदिवासी पार्टी 3 सीट जीती है। वहीं एमपी में बसपा और सपा का खाता भी नहीं खुला है लेकिन भारत आदिवासी पार्टी ने रतलाम की सैलाना सीट पर अपना कब्ज़ा जमाया है।
- राजस्थान में जीती तीन सीट
- मप्र में भारत आदिवासी पार्टी का उदय
- कमलेश्वर डोडियार ने दर्ज की जीत
- कांग्रेस विधायक हर्ष विजय गहलोत को किया परास्त
- 4 हजार 618 वोटों से हराकर विधायक बने डोडियार
- रतलाम जिले के राघकुआं गांव के रहने वाले हैं कमलेश्वर
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में तीन महिने पहले बनी भारत आदिवासी पार्टी ने 3 सीटें जीत ली हैं। जिसमें भारत आदिवासी पार्टी के संस्थापक राजकुमार रोत को चौरासी विधानसभा क्षेत्र से 69 हजार 166 से जीत हासिल हुइ है। आसपुर विधानसभा से उमेश मीणा 28 हजार 940 वोटों से विजयी हुए। वहीं धरियावद विधानसभा से थावर चंद 6 हजार 691 मतों से जीते हैं। भारत आदिवासी पार्टी को मध्यप्रदेश में मिली 1 सीट मध्यप्रदेश की बात करें तो रतलाम जिले की सैलाना सीट से भारत आदिवासी पार्टी उम्मीदवार कमलेश्वर डोडियार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। उन्होंने कांग्रेस के हर्ष विजय गहलोत को 4 हजार 648 वोटों से चुनाव हरा। सैलाना कांग्रेस की परंपरगत सीट में शामिल रही है। कमलेश्वर 12 लाख रुपये का कर्ज लेकर चुनाव मेदान में उतरे थे। जीतने के बाद करीब 350 KM दूर बाइक से यात्रा कर वे भोपाल पहुंचे। कमलेश्वर डोडियार का कोई राजनीतिक बैक्राउंड भी नहीं है फिर भी उन्होंने कांग्रेस के साथ बीजेपी के भी दिग्गजों को चुनाव में पटखनी दे दी। यही वजह है कि मध्य प्रदेश समेत पूरे देश भर में उनकी जीत की चर्चा हो रही है। डोडियार पिछले कई साल से लगातार आदिवासियों के मुद्दे पर संघर्ष करते आ रहे हैं। 3 दिसंबर को जब चुनाव परिणाम आ रहे थे तब भी उनकी मां मजदूरी कर रही थीं अब एक मजदूर का बेटा रतलाम जिले की सैलाना सीट से विधायक है।