राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा का सफर 100 दिन का हो गया है। 16 दिसंबर शुक्रवार को यात्रा ने अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं। भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों राजस्थान में है।
100 दिन पूरे होने पर राहुल गांधी जयपुर के नए पीसीसी ऑफिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं। राजस्थान में राहुल गांधी की ये पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। जिसमें वे आगे की यात्रा के मार्ग और अब तक के अनुभव साझा करेंगे।
- राहुल की पदयात्रा के 100 दिन पूरे
- 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुआ था सफर
- 100 दिन में 2800 किलोमीटर का सफर पूरा
- यात्रा का अब 800 किलोमीटर की यात्रा शेष
- फिलहाल राजस्थान से गुज़र रही है भारत जोड़ो यात्रा
- राजस्थान में राहुल गांधी 70 फीसद यात्रा पूरी
- अलवर से यात्रा हरियाणा में एंट्री करेगी भारत जोड़ो यात्रा
- हरियाणा, यूपी, दिल्ली, पंजाब और जम्मू कश्मीर जाएगी यात्रा
- सफर के दौरान कई जाने-माने लोग हुए यात्रा में शामिल
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर को कन्याकुमारी की थी। तब से पिछले 100 दिन में यात्रा 8 राज्य जिसमें में पहुंच चुकी है। जिसमें तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश और राजस्थान शामिल है। इन राज्यों के 42 जिले में यात्रा अपना 2800 किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी है। यात्रा इन दिनों मध्यप्रदेश के बाद अब 8वें राज्य राजस्थान में है। भारत जोड़ो यात्रा जल्द ही हरियाणा में अपने क़दम बढ़ाती नज़र आएगी।
यात्रा का राहुल गांधी को कितना मिलेगा सियासी लाभ
राहुल गांधी की क़यादत में चल रही इस यात्रा ने अब तक तक़रीबन 2800 किलोमीटर दूरी का सफ़र तय कर लिया है। बताया जा रहा है कि अब सिर्फ़ 800 किलोमीटर की यात्रा ही बाक़ी रह गई है। राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा में नेताओं के अलावा अलग-अलग विभागों से संबंधित लोगों का साथ मिला और लोग उनके साथ क़दम मिलाते नज़र आए। अब देखना यह होगा कि क्या कांग्रेस को अपनी ज़मीन मज़बूत करने के लिए इस यात्रा से कुछ सियासी फायदा हासिल होगा। यह तो आने वाला वक़्त ही तय करेगा। कई राज्यों से होते हुए फ़िलहाल राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में हैं और वो क़रीब 3750 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद संभवत: फ़रवरी में कश्मीर पहुंचेंगे जहां यात्रा ख़त्म होगी। राहुल गांधी की इस यात्रा के दौरान समाज के अलग-अलग हिस्सों के लोग शामिल हो रहे हैं।
2024 पर राहुल की नजर
राहुल गांधी ने पिछले दिनों गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए चिंतित नजर नहीं आए। उनका सारा ध्यान 2024 के चुनाव पर केंद्रित है। हालांकि कांग्रेसी नेता कहते हैं कि इस यात्रा का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। कहा जाता है कि आम आदमी पार्टी का इंडिया अगेंस्ट करप्शन या आंध्र प्रदेश में वाईएसआर की यात्रा के बारे में भी यही कहा जाता था कि यह चुनावी यात्रा नहीं है। लेकिन यह सबको पता है कि यह पूरी तरह राजनीतिक यात्रा होती है।
यात्रा में वायरल हुईं राहुल की दिल छू लेने वाली तस्वीरें
भारत जोड़ो यात्रा की सबसे ज्यादा चर्चित या कहें लोकप्रिय चीज यह है राहुल गांधी की आम लोगों के बीच नई छवि बनी है। वे लोगों से घुल मिल कर उनके साथ बात करते हैं। राहुल गांधी की ऐसे कई वायरल हुई हैं जो दिल को छू लेती है। जिन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ उन लोगों ने भी देखा और पसंद किया जो कांग्रेस के समर्थक नहीं रहे हैं। इन तस्वीरों ने नेहरू गांधी परिवार पर जनता से दूर होने के आरोपों को धराशाही करने का काम किया है।
यात्रा से बढ़ता राजनेता में विश्वास
भारत में राजनीतिक यात्राओं के नतीजे हमेशा ही राजनीतिक रूप से अच्छे आए हैं। इस उम्मीद से भले ही यह यात्रा शुरू की गई है लेकिन इसका दूसरा पहलू यह भी है कि ऐसी यात्राएं राजनेता में विश्वास बढ़ाती हैं। नेता अपने जीवन काल में फिर चाहे वह चुनाव हारे या जीते, लेकिन उसकी आत्मशक्ति में अद्भुत निखार होता है। भारत में राजनीतिक लोगों की यात्राएं एक तो भारत की असली समझ को विकसित करने में सहायक होती हैं। दूसरी ये यात्राएं समाज, देश, दुनिया के बीच बनी नेता की छवि का भी रियल टेस्ट हो जाती हैं। अब तक की यात्राएं देखें तो समझ सकते हैं कि नेताओं ने इनके जरिए पॉलिटिकली हाईजंप तो लिया है।