मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विधानसभा चुनाव से पहले आमने-सामने आ गए हैं। दोनों में जुबानी जंग शुरू हो गई है। दरअसल महाकाल की नगरी उज्जैन में पत्रकारों ने दिग्विजय सिंह से पूछा कि विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में अगर एक और ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो वह क्या करेंगे। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा ‘हे महाकाल! ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसा दूसरा नेता कांग्रेस में पैदा न हो।
- बाबा महाकाल से दिग्विजय सिंह ने मांगी मुराद
- ‘हे महाकाल, कांग्रेस में पैदा न हो फिर कोई सिंधिया’
- ‘महाराजा को बीजेपी के हाथों बेच दिया’
- ‘कांग्रेस के गरीब विधायकों को भी दिया था ऑफर’
- सिंधिया ने किया दिग्विजय सिंह पर पलटवार
- ट्वीट में सिंधिया ने कहा कि हे भगवान महाकाल!
- ‘दिग्विजय जैसे देशद्रोही को फिर से भारत में न देना जन्म’
बिक गए थे सिंधिया और उनके समर्थक
दिग्विजय सिंह ने कहा जब कमलनाथ सरकार गिराई गई तो महाराजा को बीजेपी के हाथों बेच दिया गया। बीजेपी ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के गरीब विधायकों को 25-50 करोड़ का ऑफर दिया था, लेकिन वो बिक नहीं पाए। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायक बिक गए।
सिंधिया ने कहा दिग्विजय को देश द्रोही
वहीं केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने भी दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए उन्हें देशद्रोही और मध्य प्रदेश को बर्बाद करने वाला करार दिया। सिंधिया ने एक ट्वीट में कहा कि हे भगवान महाकाल! कृपया, दिग्विजय सिंह जैसे देशद्रोही और मध्य प्रदेश को बर्बाद करने वाले को भारत में दोबारा जन्म नहीं लेना चाहिए।
पुरानी है दोनों के बीच वर्चस्व की जंग
दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच की ये लड़ाई कोई नई नहीं है। सिंधिया और दिग्विजय सिंह के शाही परिवारों के बीच वर्चस्व की लड़ाई पिछले कई साल से चली आ रही है। समय बदला तो वर्चस्व की यह लड़ाई राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में बदल गई। साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के साथ के बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिससे कमलनाथ सरकार गिर गई थी। इसके बाद से ही दिग्विजय सिंह और सिंधिया दोनों एक दूसरे पर निशाना साधते रहे हैं।
महाकाल हैं सत्य के साक्षी
दिग्विजय सिंह और सिंधिया की सियासी जंग में अब पूर्व मंत्री जीतू पटवारी की भी एंट्री हो गई है। पटवारी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा- हे महाकाल, आप सत्य के साक्षी हैं, लोभियों ने लोकतंत्र की हत्या की थी। अब देखिए ये भी ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे ये सच्चे और सच्चे हैं।
सिंधिया समर्थक सिलावट ने दिया जवाब
वहीं दिग्विजय सिंह और जीतू पटवारी के बयान पर सिंधिया के समर्थक भी मैदान में आ गए हैं। शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने ट्वीट कर लिखा- हे महाकाल! पूर्व सीएम के बयान पर सिंधिया के समर्थकों ने भी प्रतिक्रिया दी है। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने ट्वीट कर लिखा- हे महाकाल! दिग्गी राजा जैसे तत्व को सूक्ष्म रूप में भी ब्रह्मांड में कहीं भी जन्म नहीं लेना चाहिए। धर्म, समाज, देश, मानवता की रक्षा करो, हे राजाधिराज! इधर पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कहा- हे तीनों लोकों के स्वामी महाकाल प्रभु! दिग्विजय सिंह जी जैसे व्यक्ति को जिन्होंने कांग्रेस को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। मध्य प्रदेश को बर्बाद कर दिया। मेरी महाकाल प्रभु से यही कामना है कि दिग्विजय सिंह अगले जन्म में पाकिस्तान में पैदा हों।