अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई राजनीतिक दल के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे बीजेपी और आरएसएस की ओर से आयोजित कार्यक्रम बताते हुए खुद को इससे अलग कर लिया है। इसके साथ ही राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के न्योते पर राजनीतिक जुबानी जंग भी जारी है।
- 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
- सोशल मीडिया पर पीएम ने साझा किया ऑडियो संदेश
- पीएम ने कहा यह मेरा सौभाग्य है
- ‘पुण्य अवसर का साक्षी बनने का अवसर’
- नजर आ रहा है प्रभु श्रीराम की भक्ति का अद्भुत वातावरण
इस बीच पीएम मोदी ने इसके लिए 12 जनवरी को 11 दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ कर दिये हैं। 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की शुरुआत की घोषणा करते हुए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक ऑडियो संदेश साझा किया है। जिसमें पीएम मोदी ने राम लला के अभिषेक को देखने और इस भव्य कार्यक्रम के दौरान सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देने के लिए आभार जताया है। पीएम मोदी ने एक ट्वीट में लिखा है कि अयोध्या में राम लला के अभिषेक के लिए केवल 11 दिन शेष हैं। वे इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनकर अपने आप को भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। भगवान श्री राम ने उन्हें अभिषेक के दौरान सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य प्रदान किया है।
सियावर रामचंद्र की जय…प्यारे देशवासियों राम-राम
प्रधानमंत्री मोदी ने सोेशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर अपने यूट्यूब चैनल की लिंक शेयर की जिसमें पीएम ने ऑडियो संदेश दिया है। पीएम ने इसकी शुरुआत में सभी से कहा सियावर रामचंद्र की जय मेरे प्यारे देशवासियों… राम राम! पीएम ने कहा जीवन के कुछ क्षण ईश्वरीय आशीर्वाद की वजह से ही यथार्थ में बदलते हैं। आज हम सभी भारतवासियों के लिए ही नहीं दुनियाभर में फैले रामभक्तों के लिए भी ऐसा ही पवित्र अवसर है। हर ओर प्रभु श्रीराम की भक्ति का अद्भुत वातावरण नजर आ रहा है। चारों दिशाओं में राम नाम की धुन और राम भजनों की अद्भुत सौंदर्य माधुरी सुनाई दे रही है। हर किसी को इंतजार है अब 22 जनवरी का। 22 जनवरी के दिन आने वाले ऐतिहासिक पवित्र पल का।
भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना बहुत चुनौतीपूर्ण
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस समय अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना बहुत चुनौतीपूर्ण है। इसके बाद भी उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले ऑडियो संदेश जारी करते हुए लोगों का आशीर्वाद मांगा और 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान की शुरुआत किये जाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे भावुक हैं, भाव विह्वल हैं। वे पहली बार जीवन में इस तरह के मनोभाव से गुजर रहे हैं। वे एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहे हैं। ऐसे में वे चाहते हुए भी इसकी व्यापकता और गहनता को व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं। पीएम ने लिखा आप भी भली भांति उनकी स्थिति को समझ सकते हैं। साथियों ये सौभाग्य है कि वे 11 दिन के अपने अनुष्ठान का आरंभ वे नासिक धाम पंचवटी से कर रहे हैं। नासिक धाम पंचवटी, वो पावन धरा है। जहां पर प्रभु श्रीराम ने लंबा वक्त बिताया था। पीएम ने लिखा आज यह उनके लिए एक सुखद संयोग ये भी है कि आज ही स्वामी विवेकानंद जी की जयंती भी है। स्वामी विवेकानंद जी ने हजारों सालों से आक्रांतित भारत की आत्मा को झकझोरने का काम किया था। आज वहीं आत्मविश्वास अयोध्या में भव्य राम मंदिर के रूप में भारत की पहचान बनकर सबके सामने है।