अतीक अशरफ हत्याकांड,लवलेश के माता पिता ने ऐसा क्या कहा कि पुलिस भी सकते में आ गई

atiq ashraf murder case

प्रयागराज में डॉन माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के आरोपियों से लगातार पूछताछ हो रही है। उनके बारे में पूरी जानकारी खंगाली जा रही है। जांच टीम लगातार उसके संपर्क और पिछला रिकॉर्ड तलाश रही है। आरोपियों के परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। उनके मित्रों और उन्हे जानने वालों से पूछताछ के बीच एक आरोपी लवलेश के माता पिता से पूछताछ हुई है। ऐसे में लवलेश के माता और पिता के बयानों में काफी विरोधाभास है।जिसके कारण पुलिस भी सकते आ गई।

बीते रोज प्रयागराज में तीन युवकों ने डॉन माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। जिससे अतीक और अशरफ को मौत हो गई। इसका वीडियो भी बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। मीडिया से बात करते वक्त हुई इस घटना के बाद तीनों युवकों को पुलिस ने दबोच लिया। जिनके बारे में जांच एजेंसियां पड़ताल कर रही है। इन्ही में से एक आरोपी बांधा का लवलेश तिवारी है। लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने मीडिया को दिए बयान में साफ साफ कहा कि लवलेश आपराधिक किस्म का है और उसे नशा करने की आदत है। जबकि इधर पुलिस का कहना है कि एक मामले में आरोपी जेल भी जा चुका है। इसके ठीक उलट लवलेश का मां आशा तिवारी ने एक नया बयान देकर पूरे मामले को ही पलट दिया है।

धार्मिक और परोपकारी है लवलेश

लवलेश की मां आशा तिवारी का कहना है कि लवलेश धार्मिक लड़का है। वो मंदिर जाता था और संकटमोचन को मानता था। आशा का कहना है कि मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि मेरा बेटा धार्मिक स्वाभाव का होने के बाद भी इस तरह का काम कैसे कर सकता है। रो रोकर तड़प रही मां आशा बार बार यही दोहरा रही है कि उनका बेटा किसी की हत्या क्यों करेगा! वो तो हमेशा ही दूसरों की मदद करता था लोग उसे परोपकारी की नजर से देखते थे। फिर ये सब कैसे हो गया। उनका कहना है कि जो लड़का संकटमोचन की भक्ति करता हो और धार्मिक भजन गाता हो और मंडली वाले उसे बुलाकर घर से ले जाते थे,उसमें इतना बड़ा बदलाव कहां से हो गया। जब यह पूछा गया कि आपकी मुलाकात लवलेश से कब से नहीं हुई। इस पर उनका कहना था कि करीब एक सप्ताह से मुलाकात नहीं हुई और मोबाइल बंद आता था,इसलिए कोई बात भी नहीं हो पाई।

बड़ा माफिया बनने की चाहत ने बना दिया शूटर

लवलेश इंटर कर चुका है। थोड़ा बहुत काम भी करता था,लेकिन बड़ा माफिया बनने के सपने देख रहा था।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसी के चलते उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। आपको बता दें कि पुलिस अतीक और अशरफ की हत्या के आरोप में दो और युवकों को गिरफतार किया था जिसमें हमीरपुर का सनी और कासगंज का अरुण शामिल है।

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