बहुमत के बाद जानेंगे BJP विधायकों का मत…तीन राज्य तीन सीएम…नाम पर अब भी सस्पेंस

Assembly Election 2023 Madhya Pradesh Chhattisgarh Rajasthan Chief Minister

मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीन राज्यों में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे मंथन के बीच पर्यवेक्षकों की नियुक्ति से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हर कोई जानना चाह रहे कि आखिर इन राज्यों की सीएम की कुर्सी पर कौन बैठने वाला हैं। इसी को लेकर भाजपा विधायक दल की बैठक रविवार को हो रही है। छत्तीसगढ़ का नया मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल का जवाब जल्द मिलने की उम्मीद है। विधायक दल की बैठक में सीएम का चुनाव होगा और फिर केंद्रीय पर्यवेक्षक विधायकों के मत से रविवार की शाम छत्तीसगढ़ के सीएम का नाम क्लियर हो जाएगा।

मध्य प्रदेश और राजस्थान के साथ छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नामों पर अटकलों का दौर अबतक थमा नहीं है। इन तीनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री बनाने की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए आखिरकार बीजेपी पर्यवेक्षकों को जिम्मेदारी सौंपना पड़ी है। तीनों राज्यों में बीजेपी पर्यवेक्षक अब पार्टी के विधायकों की नब्ज टटोलेंगे। माना जा रहा है कि सोमवार तक इन राज्यों में नए मुख्यमंत्रियों के नामों पर मुहर लग सकती है।

छत्तीसगढ़ में सीएम के नाम की घोषणा के साथ ही सरकार का गठन होगा हालांकि अभी कुछ ऐसे नाम है जिन पर काफी चर्चा चल रही है। माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार आदिवासी नेता को राज्य की कमान सौंप सकती है, क्योंकि आदिवासियों से उन्हें काफी वोट मिले हैं। अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी एक तरह से देश के आदिवासी वोटरों को संदेश देना चाहती है। ऐसे में तीन नाम डॉ.रेणुका सिंह, विष्णु देव साय और गोमती साव के नाम पर मंथन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी रेस में हैं तो रमन सिंह ओपी चौधरी भी दावेदारों में से हैं।

नई सरकार नया मंत्रिमंडल

नई सरकार के साथ ही नए मंत्रिमंडल के सदस्यों की तस्वीर भी साफ हो जाएगी। बता दे की 5 साल बाद छत्तीसगढ़ के सरकार में फिर से बीजेपी दमदारी के साथ लौट रही है। भाजपा इस बार मुख्यमंत्री के किसी नए चेहरे के साथ सरकार में आ रही है। सियासी गलियारे में अलग-अलग तरह की अफवाहों का बाजार गर्म है। आदिवासी कार्ड चलेगा या फिर पिछड़ा वर्ग का दांव खेला जाएगा या फिर से डॉ.रमन सिंह के कंधे पर नई सरकार का भरोसा होगा। इन सारे सवाल के जवाब के लिए अब सिर्फ कुछ ही घंटे का समय रह गया है। भाजपा के तमाम जीते हुए विधायक रायपुर पहुंच चुके हैं। जिन्हें रविवार को विधायक दल के बैठक में शामिल होना है। विधायक दल की बैठक से पहले रायपुर से दिल्ली तक मुख्यमंत्री पद और मंत्रिमंडल की तस्वीर को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।

राजस्थान में सोमवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक

इस उठापटक के बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि रविवार दोपहर तक राजस्थान के पर्यवेक्षक केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सरोज पांडे के साथ विनोद तावड़े गुलाबी शहर जयपुर पहुंचेंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो सोमवार को राजस्थान में बीजेपी विधायक दल की बैठक होने वाली है। इसके बाद राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। वहीं सीएम की रेस में शामिल बाबा बालकनाथ ने शनिवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जनता ने पहली बार सांसद और विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का मौका प्रदान किया है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से मीडिया सोशल मीडिया पर चल रही सभी चर्चाओं को नजरअंदाज़ करें। अभी पीएम मोदी के मार्गदर्शन में अनुभव हासिल करना है। बता दें राजस्थान के सीएम की रेस में बाबा बालकनाथ का नाम भी शामिल है। तीन दिसंबर को चुनाव के परिणाम के बाद से ही बीजेपी में सीएम को लेकर मंथन जारी है। पार्टी में लगातार बैठकों का दौर भी निरंतर जारी है।

मध्य प्रदेश में 11 दिसंबर को बैठक

मध्य प्रदेश में भी बड़ा सवाल बना हुआ कि नया मुख्यमंत्री कौन होगा। किसे यह कुर्सी किसे मिलेगी। बीजेपी का संसदीय बोर्ड क्या इस बार भी शिवराज सिंह चौहान के नाम पर अपनी मुहर लगाएगा या फिर कोई नया चहेरा सामने आएगा। इसके साथ ही सोमवार को भोपाल में बीजेपी विधायक दल की बैठक में तस्वीर साफ होने वाली है। यहां हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को मध्य प्रदेश में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। इतना ही नहीं ये पर्यवेक्षक भोपाल में बीजेपी के सभी विधायकों से चर्चा करेंगे। उनका मत जानेंगे। इसके बाद रिपोर्ट बीजेपी संसदीय बोर्ड को सौंपी जाएगी। जिसकी ओर से मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर फाइनल मुहर लगाई जाएगी।

Exit mobile version