अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बार फिर बड़ा ऐलान कर हैरान कर दिया है। आज शनिवार 10 अगस्त की सुबह सोशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अमेरिकी कंपनी ने भारतीय कंपनी से जुड़े एक और बड़े खुलासे के संकेत दिये हैं। Hindenburg Research ने लिखा है भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है। हालांकि किस संबंध में और क्या बड़ा होने वाला है, इसे लेकर हिंडनबर्ग ने स्पष्ट खुलासा नहीं किया है। कंपनी की ओर से की गई इस पोस्ट को लेकर माना जा रहा है कि किसी भारतीय कंपनी के बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च एक बार फिर बड़ा खुलासा करने वाला है।
- कौन बनेगा हिंडनबर्ग का अगला शिकार?
- अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च का दावा
- भारत में जल्द होने वाला है कुछ बड़ा
- सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हिंडनबर्ग रिसर्च ने किया यह ऐलान
- सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हिंडनबर्ग ने दिये नए खुलासे के संकेत
- फिलहाल हिंडनबर्ग ने नहीं लिया किसी कंपनी का नाम
- एक साल पहले 2023 में अडाणी समूह पर लगाए थे कई आरोप
- 2023 में हिंडनबर्ग ने लगाए थे अडाणी ग्रुप पर आरोप
- मनी लॉन्ड्रिंग, शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए थे
बता दें पिछले साल जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी Gautam Adani के अडानी समूह को निशाने पर लिया था। अडानी समूह को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट जारी होने बाद हडकंप मच गया था, क्योंकि हिंडनबर्ग ने अपनी इस रिपोर्ट में अडानी समूह पर शेयर को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आते ही अडानी समूह के सभी शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। इतना ही नहीं गौतम अडानी दुनिया के नंबर 2 अरबपति बनने के बाद सीधे 36वें नंबर पर आ गए थे। क्योंकि अडानी की संपत्ति में उस समय रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई थी।
हिंडनबर्ग ने लगाए थे अडाणी समूह पर मनी लॉन्ड्रिंग और शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप
बता दें हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी 2023 को अडाणी समूह को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। जिसके बाद समूह के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि बाद में समूह ने इसमें रिकवरी करने में सफलता हासिल की। वहीं रिपोर्ट को लेकर भारतीय शेयर बाजार रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया SEBI की ओर से हिंडनबर्ग को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया था।
- अडाणी ग्रुप की कंपनियों ने उसके शेयरों की कीमत को मैनिपुलेट कर बढ़ाया
- मनी लॉन्ड्रिंग और अकाउंटिंग फ्रॉड किया। 8 साल के दौरान 5 CFO बदले
- ग्रुप की 7 कंपनियों के शेयर की कीमत 85% तक ज्यादा यानी स्काय रॉकेट वैल्यूएशन
- अडाणी ग्रुप पर 2.20 लाख करोड़ का कर्ज। ये उसकी कंपनियों की हैसियत से ज्यादा
- मॉरीशस और दूसरे देश की कंपनियों में पैसे भेजे। उन कंपनियों ने अडाणी के शेयर खरीदे
इसके बाद हाल ही में 1 जुलाई 2024 को प्रकाशित किये गये अपने एक ब्लॉग पोस्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से कहा गया था नोटिस में यह बताया गया है कि उसने नियमों का उल्लंघन किया है। कंपनी की ओर से कहा गया कि SEBI की ओर से आरोप लगाया था कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में पाठकों को गुमराह करने के लिए कई गलत बयान शामिल किये हैं। वहीं इसका जवाब देते हुए हिंडनबर्ग ने भी SEBI पर ही कई तरह के गंभीर आरोप लगाए थे।