Shraddha Murder Case: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसका कबूलनामा दिल दहला देनेवाला है। उसने बताया है कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद कैसे उसने लाश को ठिकाने लगाया। उसकी डिटेल्ड स्टोरी में क्रूरता और नृशंसता इतनी है कि किसी का भी दिल बैठ जाए। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें कबूलनामा है। इसमें आरोपी आफताब ने बताया है कि हत्या के दिन क्या-क्या हुआ था?
- आफताब ने अपने कबूलनामे में बताया कि 18 मई 2022 को दोनों की घर के खर्चे को लेकर कहासुनी हो गई थी
- श्रद्धा ने उसे गालियां दीं जिससे उसे गुस्सा आ गया और उसने अपनी ही गर्लफ्रेंड की हत्या करने की ठान ली
- आफताब ने श्रद्धा को फर्श पर गिराया और उसके ऊपर बैठकर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी
- आफताब ने बताया है कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके टुकड़े-टुकड़े कर जंगल और शहर भर में फेंकने की उसने प्लानिंग की
- आफताब ने शव को काटने के लिए 19 मई को 60 फूटा रोड छतरपुर पहाड़ी से एक हार्डवेयर की दुकान से एक हथौड़ा, एक आरी और उसकी तीन ब्लेड खरीदी
- उसने मंदिर वाली रोड छतरपुर के पास स्थित एक दुकान से ट्रेश बैग, एक चाकू और एक चॉपर खरीदा था.
लाश रखने के लिए खरीदा फ्रिज
आफताब ने बताया कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने की उसने पूरी योजना बनाई। आरी वगैरह खरीदकर वह घर लाया और शव के टुकड़े करने शुरू किए। आरी और ब्लेड वगैरह को बैग में रखकर जब वो घर जा रहा था तो बैग में रखे चाकू से उसके सीधे हाथ पर कट लग गया था। उसी के बाद उसने अपने घर के पास एक डाक्टर से पांच टांके लगवाए थे। आफताब ने तभी शव के टुकड़ों को रखने के लिए 25 हजार रुपये में एक फ्रिज खरीदा था। उसने शव को काटा, कुछ बॉडी पार्ट ट्रैश बैग में पैक कर दिए कुछ हिस्सों को फ्रिज में रख दिया था।
रिश्ते बद से बदतरीन होते चले गए थे
आफताब ने बताया कि उनके रिश्ते बद से बदतर हो गए थे। श्रद्धा (Shraddha Walkar) हरेक बात पर उस पर चिल्लाने लगी थी। भले ही उन दोनों ने रिश्ते सुधारने के नाम पर एक महीने तक पहाड़ों में सैर की, लेकिन रिश्ते बिगड़ते ही गए। आफताब ने कहा कि दोनों ने अपने रिश्ते में सुधार करने के लिए ट्रिप का प्लान किया। दोनों ट्रिप के लिए 28-29 मार्च 2022 को मुंबई से निकल गए और हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी, मनाली और चंडीगढ़ घूमते हुए पार्वती वैली पहुंचे। वहीं उनको बद्री नाम का लड़का मिला जिससे उनकी एक एप के जरिए दोस्ती हुई थी।
करीब एक सवा महीने घूमने के बाद मई 2022 के पहले हफ्ते में आफताब और श्रद्धा बद्री के घर दिल्ली, छतरपुर पहाड़ी पहुंचे थे। आफताब और श्रद्धा के बीच में अक्सर झगड़ा होने के कारण बद्री ने उन्हें घर से निकाल दिया और उसके बाद श्रद्धा और आफताब ने ब्रोकर राहुल के जरिए वहीं छतरपुर पहाड़ी में मकान किराए पर ले लिया और रहने लगे।
उस समय दोनों की कहीं जॉब भी नहीं थी और ज्यादातर पैसा ट्रिप में खर्च हो चुका था। दोनों में छोटी-छोटी बातों को लेकर काफी झगड़ा होने लगा। 18 मई 2022 को उसको जान से मारने के लिए पकड़कर फर्श पर गिरा दिया और उसकी छाती पर बैठकर अपने दोनों हाथों से कसकर उसका गला तब तक दबाये रखा जब तक वह मर नहीं गयी।
पूरा प्लान बना चुका था आफताब
आफताब ने डेड बॉडी को बाथरूम में छिपा दिया। फिर उसको डिस्पोज करने के लिए उसके छोटे-छोटे टुकड़े करके किसी बड़े ब्रीफकेस में डालकर कही फेंकने की प्लानिंग की। फ्रिज उसके पते पर उसी दिन शाम को दुकानदार ने भिजवा दिया था। 20 मई को आफताब ने डेड बॉडी के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए एक लाल रंग का बड़ा ब्रीफकेस खरीदा था। उसमें टुकड़े रखे तो ब्रीफकेस का वजन भारी हो गया, ऐसे में पकड़े जाने के डर से इस प्लान को छोड़ दिया था। फिर उसकी डेड बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए छोटे-छोटे टुकड़े जंगल में अलग-अलग जगह पर फेंकने की प्लानिंग की।
उसी के बाद छोटे टुकड़े किए, हड्डियों को ग्राइंडर में पीसकर चूरा बनाकर सड़क पर फेंका, कुछ टुकड़े जला दिए, बाकी जंगल में इधर-उधर फेंक दिए।