राजस्थान में मुख्यमंत्री का फैसला चुनावों के बाद होगा। ये बात राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने कही। गेहलोत ने कहा कि मैं बचपन से कांग्रेस में हूं इसीलिए पता है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री के पद को लेकर कोई फैसला आलाकमान करता है वो भी चुनावों के बाद। गेहलोत दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे से मुलाकात करने गए थे। वहीं पत्रकारों से बात करते हुए गेहलोत ने ये बयान दिया।
कांग्रेस में कोई विवाद नहीं
गेहलोत ने कहा कि कांग्रेस में ये कभी बहस की बात नहीं होती है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। क्योंकि इसमें कभी दो राय नहीं होती आलाकमान इसका फैसला करते हैं। पहले पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता एक होकर चुनाव लड़ते ही उसके बाद ही मुख्यमंत्री पर फैसला किया जाता है। इसलिए 2023 में पहले कांग्रेस सभी कार्यकर्ता और नेता मिलकर चुनाव लड़ेंगे । सचिन पायलट से अनबन को लेकर अशोक गेहलोत ने कहा कि पार्टी में किसी से कोई मतभेद नहीं है। राजस्थान में इसी साल के अंत में चुनाव होने हैं ऐसे में गेहलोत का दिल्ली मे दिया ये बयान प्रदेश की सियासत को गरमा रहा है। क्योंकि खुद मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत और पूर्व उप मुख्यमत्री सचिन पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान किसी से छुपी नहीं। हालात तो यहां तक खराब हो गए है कि सियासी गलियारों में लोग दबी जबान से सचिन पायलट को राजस्थान का ज्योतिरादित्य सिंधिया तक बोल चुके हैं।