बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बेंगलुरु में भारत की एयरोस्पेस प्रदर्शनी एयरो इंडिया का उद्घाटन किया। जो देश को सैन्य विमानों, हेलीकाप्टरों, उपकरणों और नए युग के एवियोनिक्स के निर्माण के लिए एक उभरते केंद्र के रूप में प्रदर्शित करेगा। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा एयरो इंडिया भारत की बढ़ती क्षमताओं का एक उदाहरण है। यहां करीब 100 देशों की मौजूदगी बताती है कि दुनिया का भरोसा भारत पर बढ़ा है। भारत और दुनिया के 700 से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहे हैं।
- एयरो इंडिया 2023 के 14वें संस्करण का उद्घाटन
- 800 से ज्यादा कंपनियों ने किया रजिस्टर
- 17 फरवरी तक चलेगा कार्यक्रम
- 29 देशों के वायुसेना अध्यक्ष शामिल
- कई देशों के रक्षा मंत्री कर रहे कॉनक्लेव में शिरकत
एयरो इंडिया नए भारत के नए दृष्टिकोण को दर्शाता है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि आज भारत दुनिया में रक्षा कंपनियों के लिए सिर्फ एक बाजार नहीं है। भारत एक संभावित रक्षा भागीदार है। यह साझेदारी उन राष्ट्रों के साथ भी है जो रक्षा क्षेत्र में बहुत आगे हैं। ऐसे राष्ट्र जो अपनी रक्षा के लिए एक भरोसेमंद साथी की तलाश कर रहे हैं। एयरो इंडिया नए भारत के नए दृष्टिकोण को दर्शाता है। एक समय था जब इसे सिर्फ एक शो माना जाता था। पिछले कुछ वर्षों में देश ने इस धारणा को बदल दिया है। आज यह सिर्फ एक शो नहीं है बल्कि भारत की ताकत पर भी ध्यान केंद्रित करता है। भारतीय रक्षा उद्योग और आत्मविश्वास का दायरा,” प्रधान मंत्री ने कहा।
डिफेंस सेक्टर में देश का बढ़ेगा निर्यात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिफेंस एक ऐसा सेक्टर है। जिसकी तकनीक, मार्केट और सतर्कता को सबसे कठिन माना जाता है। हमारा लक्ष्य है 2024-25 तक इसके निर्यात के आंकड़े को डेढ़ अरब से बढ़ाकर 5 अरब डॉलर तक ले जाया जाए। पीएम मोदी ने कहा कि एयरो इंडिया की थीम जमीन से लेकर आसमान तक, हर तरफ नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे एयरो स्पेस और डिफेंस के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। कर्नाटक के युवाओं के लिए नई संभावनाएं पैदा होंगी।
दो साल में एक बार होता है एयरो इंडिया
दो साल में एक बार होने वाले इस एयरो इंडिया में भारत अपने स्वदेशी फाइटर जेट, यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, अटैक हैलिकॉप्टर, ड्रोन और मिसाइलों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने की तैयारी में है। इस एयरो इंडिया में कई देशों के रक्षा मंत्री डिफेंस मिनिस्टर कॉनक्लेव में शिरकत कर रहे हैं। जबकि 29 देशों के वायुसेना अध्यक्ष शामिल होंगे। एशिया का यह सबसे बड़ा एयर एग्जिबिशन एयर फोर्स स्टेशन Yelahanka में हो रहा है। 17 फरवरी तक यह कार्यक्रम चलेगा। मेक इन इंडिया और मेक फॉर वर्ल्ड के उदेश्य को पूरा करने के लिए ये कार्यक्रम बेहद खास माना जा रहा है। 5 दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में भारत की रक्षा क्षमता प्रमुखता से दिखाई जाएगी। कुल 29 देशों के एयर चीफ, 73 सीईओ भी दस्तक देने जा रहे हैं। पांच दिनों तक चलने वाले एयरो इंडिया के 14वें संस्करण की थीम ‘द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज है। जो एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं में भारत की वृद्धि को प्रदर्शित करके एक मजबूत और आत्मनिर्भर ‘न्यू इंडिया’ के उदय को प्रसारित करेगा।
भारत ने एक बार फिर रक्षा क्षेत्र में अपनी क्षमता साबित की—बोम्मई
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा “एयरोशो का यह संस्करण आकार, प्रदर्शन और प्रदर्शन के मामले में वास्तव में विशेष है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़े एयरशो में से एक है। भारत ने एक बार फिर रक्षा क्षेत्र में अपनी क्षमता साबित की है। भारत को भविष्य में सबसे बड़ी वैश्विक शक्ति बनाने के लिए, कर्नाटक अर्थव्यवस्था, सामाजिक व्यवस्था और रक्षा के मामले में सबसे बड़ा योगदानकर्ताओं में से एक होगा।