राहुल गांधी को फिर अध्यक्ष बनाने की कवायद
एक तरफ जहां राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उन्हें फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की जुगत भिड़ा रहे है। अब तक तीन राज्यों की कांग्रेस ईकाई ने राहुल गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित कर सोनिया गांधी के पास भेजा है। राष्ट्रीय ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नजदीक आते ही राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग फिर जोर पकड़ती जा रही है। राजस्थान के बाद रविवार को छत्तीसगढ़ और गुजरात कांग्रेस इकाई ने भी एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी को फिर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की अपील की है।
रायपुर में सीएम बघेल ने रख प्रस्ताव
छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार को कांग्रेस की अहम बैटक आयोजित की गई थी। प्रदेश कांग्रेस की इस बैठक में सीएम भूपेश बघेल ने प्रस्ताव रखा कि राहुल गांधी फिर पुनर्विचार करें और पार्टी के अध्यक्ष बनें। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने यह भी दोहराया कि दूसरे राज्यों से भी ऐसी ही मांग उठती है तो राहुल गांधी को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। कांग्रेध्य अध्यक्ष के चुनाव में बहुत कम वक्त बचा है। उन्हें भरोसा है कि राहुल गांधी पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को देखते हुए सहमति दे देंगे।
सड़क से चुनकर किसी को अध्यक्ष नहीं बना सकते-पीएल पुनिया
वहीं एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा यह वक्त गांधी परिवार के प्रति अपनी निष्ठा को दोहराने का है। पार्टी सड़क से किसी को चुनकर उन्हें अध्यक्ष नहीं बना सकती। बता दें कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर पार्टी में अंदरुनी घमासान अब तक जारी है। कांग्रेस के कई नेता निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव की मांग को लेकर मुख्रर नजर आ रहे हैं। शशि थरूर समेत कुछ नेताओं ने तो चुनाव लड़ने की भी मंशा जताई है। वहीं जयराम रमेश समेत अनेक नेता गांधी परिवार की सर्वाेच्चता कायम रखने की मांग कर रहे हैं।
चिंता का सबब चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता
कांग्रेस सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बारदोलोई और अब्दुल खलिक ने कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस संगठनों के निर्वाचक मंडल की सूची मतदाताओं और संभावित उम्मीदवारों को मुहैया कराने की मांग की थी। इन पांचों नेताओं ने अध्यक्ष के चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर चिंता जताई थी। पांचों सांसदों ने यह पत्र राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से एक दिन पूर्व यानी छह सितंबर को लिखा था।
गांधी जयंती पर मिलेगा कांग्रेस को नया अध्यक्ष!
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश का कहना हे चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। एक अक्तूबर को पूरे देश को पता चल जाएगा कि उम्मीदवार कौन हैं। यदि एक से अधिक उम्मीदवार होंगे तो 17 अक्तूबर को चुनाव कराया जाएगा। अगर एक ही उम्मीदवार होगा और कोई चुनाव नहीं होगा तो 2 अक्तूबर को कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
22 सितंबर को अधिसूचना होगी जारी
कांग्रेस की ओर से तय चुनाव कार्यक्रम की बात करें तो 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगीं। 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। निर्विरोध चुनाव की स्थिति नहीं बनती है तो 17 अक्तूबर को मतदान कराया जा सकता है। यानी कांग्रेस को जल्द ही उसका नया अध्यक्ष मिलने वाला है। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया का कार्यक्रम कांग्रेस ने पहले ही जारी कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होने में कुछ ही समय रह गया है। इधर राहुल गांधी लगातार पार्टी अध्यक्ष न बनने की जिद पर अड़े हुए हैं। वहीं एक के बाद एक कर कई राज्यों में उन्हें अध्यक्ष बनाने के समर्थन में प्रस्ताव पास किये जा रहे है। राजस्थान] छत्तीसगढ़ के बाद अब गुजरात में भी कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया है।