राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा का समापन हो गया है। 145 दिनों में करीब 4 हजार किलोमीटर का सफर राहुल गांधी ने किया। इससे रविवार को राहुल गांधी ने श्रीनगर के ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा फहराया। हालांकि यात्रा का समापन जरूर हो गया लेकिन अपने तीखे बयानों से चर्चा में रहने वालीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने राहुल गांधी को इस मौके पर नसीहत दे डाली। उमा भारती ने ट्वीट किया है। जिसमें लिखा है कि अब तो राहुल गांधी को मोदी जी और अमित शाह को सैल्यूट कर के ही वापस लौटना चाहिये था।
भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। जो श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में औपचारिक तौर पर खत्म हो रही है। राहुल गांधी 14 राज्यों से गुजरते हुए 3970 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर पहुंचे। जहां रविवार को राहुल गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर प्रियंका गांधी के साथ तिंरगा फहराया था। इसे लेकर अब मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने राहुल और भारत के पूर्व और पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर हमला बोला है।
राहुल के झंडा वंदन पर उमा का ट्वीट
कश्मीर में कश्मीर में राहुल के झंडा वंदन पर उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि अब तो राहुल गांधी को मोदी जी और अमित शाह को सैल्यूट कर के ही वापस लौटना चाहिये था। अकेले राहुल गांधी क्या? अब तो पूरे जम्मू कश्मीर में वहां के नागरिक 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा फहराते हैं। दरअसल जम्मू कश्मीर से 370 हट चुकी है। राहुल गांधी के दादा नेहरू जी की गलतियों का बीजेपी सरकार ने साहस के साथ निराकरण किया है।
मुरली मनोहर जोशी भी फहरा चुके हैं तिरंगा
बता दें कि ये पहली बार नहीं है कि श्रीनगर के लाल चौक पर किसी विपक्षी नेता ने तिरंगा फहराया हो। इससे पहले बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी भी लाल चौक पर तिरंगा फहरा चुके हैं। उन्होंने 1992 में 26 जनवरी को लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। तब मुरली मनोहर जोशी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक एकता यात्रा भी निकाली थी। इस दौरान नरेंद्र मोदी बीजेपी के महासचिव हुआ करते थे।
भारी सुरक्षा के बीच राहुल ने फहराया तिरंगा
कांग्रेस से पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को श्रीनगर के लाल चौक जब तिरंगा फहराया तब बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान मौजूद थे। राहुल के साथ बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। सुरक्षा के लिहाज से इस दौरान बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। पूरे इलाके को बैरिकेड्स लगाकर सील किया गया।