लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद से ही सियासी दलों की सक्रियता तेजी से बढ़ गई है। मौसम के साथ ही चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। आज हम बात करेंगे महाराष्ट्र, बिहार, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल की जहां लोकसभा की 210 सीटें हैं।
- बिहार में इंडिया गठबंधन के बीच तकरार
- बिहार में है लोकसभा की 40 सीटें
- सीट शेयरिंग को लेकर उभरा असंतोष
- आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से कांग्रेस खफा
- इकतरफा टिकट बांट रहे हैं लालू प्रसाद यादव
- लालू के टिकट बांटने से कांग्रेसी नाराज
- कांग्रेस ने बनाया कटिहार को प्रतिष्ठा का सवाल
- कांग्रेस नेता तारिक अनवर पांच बार कटिहार से चुनाव जीते
- लालू यादव नहीं देना चाहते इस बार कांग्रेस को कटिहार
बात करें बिहार की तो लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश की नजर बिहार पर रहती है। क्योंकि संभावित सरकार के सियासी जोड़तोड़ में नफा-नुकसान यह बिहार ही तय करता रहा है। इस बार भी चुनाव में बिहार 40 सीटों पर सभी दलों की नजर टिकी हुई है। यहां बीजेपी और जेडीयू के बीच सीटों का तालमेल हो चुका है, लेकिन विपक्षी महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर तनाव बरकरार है। बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के टिकट वितरण से कांग्रेस नाराज है। लगता है माने लालू यादव बिहार में बीजेपी की बी टीम बनकर काम कर रहे हैंं। पार्टी सूत्रों की मानें तो आरजेडी अभी भी बिहार में कांग्रेस को 5 — 6 सीट से अधिक सीटें देने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व राजद द्वारा ठगा हुआ महसूस कर रहा है। इस बात से भी परेशान है कि राजद एकतरफा उम्मीदवारों की घोषणा कर रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है कि कुछ सीटें जिन्हें लालू यादव कांग्रेस को देने पर विचार करने को तैयार दिख रहे हैं यह भी कांग्रेस की मजबूत सीट नहीं हैं। जहां कांग्रेस ने पिछली बार अच्छा प्रदर्शन किया था।
यूपी में अखिलेश यादव की नई परेशानी
लोकसभा की 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को कांटे की टक्कर देने की सोच रखने के बावजूद इंडिया गठबंधन के छोटे दल अभी तक अपनी भूमिका तलाश रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा बनाए गए पीडीए में शामिल अपना दल (कमेरावादी) को मिर्जापुर सीट मिलने की चर्चाएं तो हैं, लेकिन अभी तक इसकी घोषणा नहीं की गई है। वहीं समाजवादी पार्टी में भी टिकट बंटवारे को लेकर अंदरुनी खिंतचान मची हुई है। अखिलेश यादव को बार बार प्रत्याशियों के टिकट बदलना पड़ रहा है।
- यूपी में लोकसभा की सबसे अधिक 80 सीटें
- अखिलेश कर रहे यूपी में इंडिया गठबंधन को लीड
- छोटे दलों के नेताओं को अखिलेश के बुलावे का इंतजार
- अखिलेश के बनाए पीडीए में होना चाहते हैं शामिल
- अपनी अपनी भूमिका की तलाश में महागठबंधन के दल
मुरादाबाद और रामपुर में हुआ पर्दे के पीछे खेल
- मुरादाबाद के बाद मेरठ में भी सपा बदल सकती है प्रत्याशी
- मेरठ से सपा ने भानु प्रताप सिंह को बनाया है कैंडिडेट
- भानु का बड़े नेता कर रहे हैं विरोध
- सपा को क्यों बदलने पड़ रहे हैं उम्मीदवार
अखिर अखिलेश यादव क्यों हैं कंफ्यूज ?
- मुरादाबाद में सपा की ओर से दो दिन में दो नामांकन
- सपा में टिकट को लेकर टेंशन और कन्फ्यूजन
- मुरादाबाद में पार्टी ने 24 घंटे में दो उम्मीदवार बदले
- पहले मौजूदा सांसद एसटी हसन को दिया था टिकट
- नाराज आजम को मनाने शिवपाल सिंह यादव गए सीतापुर जेल
- आजम की नाराजगी के बाद रुचि वीरा के नाम का ऐलान
- एसटी हसन की जगह रुचि वीरा को मैदान में उतारा
- मुरादाबाद में रुचि वीरा ने भी नॉमिनेशन फाइल कर दिया
रामपुर सीट पर भी हालात ठीक नहीं
- उम्मीदवार घोषित, एक और दावेदार ने बढ़ाई टेंशन?
- रामपुर में भी उम्मीदवार पर रार
- सपा ने बनाया दिल्ली के मौलाना मोहीबुल्लाह नदवी को उम्मीदवार
- अखिलेश ने चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली भेजा अधिकृत लेटर
कन्नौज लोकसभा सीट पर भी असमंजस में अखिलेश
- अखिलेश यादव नहीं तो फिर कन्नौज से कौन?
- सपा प्रत्याशी पर असमंजस बरकरार
- कन्नौज सीट पर नहीं हुई है सपा प्रत्याशी की घोषणा
- अखिलेश के साथ चर्चा में विधायक रेखा वर्मा का नाम
- लालू यादव के दामाद के नाम की भी चर्चा हो रही
- तेज प्रताप सिंह हैं लालू प्रसाद यादव के दामाद
- रिश्त में अखिलेश के भतीजे भी हैं तेज प्रताप सिंह
- पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग महागठबंधन में महाबवाल
- नजर आने लगी I.N.D.I.A. गठबंधन में फूट!
- कांग्रेस और वाम मोर्चे ने की कूच बिहार में उम्मीदवारों की घोषणा
- वाम मोर्चा ने कूच बिहार में नीतीश चंद्र रॉय को बनाया उम्मीदवार
- कांग्रेस ने पिया रॉय चौधरी को मैदान में उतारा
- ममता बनर्जी पहले ही सभी 42 सीटों पर उतार चुकी हैं उम्मीदवार
लोकसभा की 42 सीट वाले पश्चिम बंगाल में भी महागठबंधन के लिए सबकुछ ठीकठाक नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस और वाम मोर्चे ने पश्चिम बंगाल की कूचबिहार लोकसभा सीट के लिए अपने-अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इसे राज्य में I.N.D.I.A. गठबंधन के दोनों सहयोगियों के बीच लोकसभा चुनाव से पहले समझौते की कोशिशों को झटका माना जा रहा है। वाम मोर्चा ने इस सीट पर ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से नीतीश चंद्र रॉय को उम्मीदवार के रुप में मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस यहां से पिया रॉय चौधरी को टिकट दे चुकी है। वहीं ममता बनर्जी पहले ही राज्य की सभी 42 सीटों पर टीएमसी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी हैं।
महाराष्ट्र में भी इंडिया गठबंधन में रार
- कांग्रेस और उद्धव से शरद पवार नाराज
- कहा- गठबंधन धर्म नहीं निभाया
- उद्धव गुट के 17, प्रकाश अंबेडकर के 8 प्रत्याशी
- वंचित बहुजन अघाड़ी नेता प्रकाश अंबेडकर भी MVA से अलग होना चाहते हैं
- प्रकाश ने लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है
- बुधवा करे को 8 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन संकट में नजर आ रहा है। शिवसेना उद्धव गुट की ओर से हाल ही में अपने 17 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। इनमें तीन सीटों पर कांग्रेस के दावेदार टिकट का इंतजार कर रहे थे। जिसमें मुंबई साउथ सेंट्रल और मुंबई नॉर्थ सेंट्रल के साथ मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट शामिल हैं। इस ऐलान से शरद पवार भी नाराज हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शरद पवार का कहना है हमारे सहयोगी गठबंधन धर्म नहीं निभा रहे हैं। इधर, टिकट के ऐलान के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजय निरूपम भी नाराज हैं। संजय मुंबई नॉर्थ-वेस्ट से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें खुद राहुल गांधी ने टिकट का भरोसा दिया था। लेकिन उद्धव गुट ने यहां अमोल कीर्तिकर को टिकट दिया।