लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने 39 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। जिसमें केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी का भी नाम शामिल है। जबकि गठबंधन में शामिल सीपीआई एम यहां से पहले ही अपना उम्मीदवार उतार चुकी है। ऐसे में यहां गठबंधन के दल आपस में ही चुनाव लड़ते नजर आ रहे हैं। जिससे एनडीए की राह आसान होती नजर आ रही है।
- राहुल गांधी वायनाड से लड़ेंगे चुनाव
- वायनाड से मैदान में सीपीआई एम का उम्मीदवार
- कॉमरेड एनी राजा को मैदान में उतारा
- 2019 में राहुल को मिली थी भारी मतों से जीत
- 2024 में हो सकती है राहुल को परेशानी
- एक ही सीट पर लड़ रहे इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी
दरअसल दक्षिण की वायनाड से सीपीआई एम ने पहले कॉमरेड एनी राजा को टिकट देकर मैदान में उतार दिया था। उस समय भी कांग्रेस की ओर से वायनाड सीट पर राहुल गांधी की मजबूत दावेदारी माने जा रही थी। जिस पर सीपीआई एम की वृंदा करात ने तब भी सवाल खड़े किये थे। वृंदा करात ने कहा था कि राहुल गांधी और कांग्रेस दोनों को यह सोचना चाहिए। वो कहते हैं कि बीजेपी के खिलाफ उनकी लड़ाई है। लेकिन केरल में कांग्रेस, बीजेपी के ख़िलाफ़ नहीं बल्कि लेफ्ट के ख़िलाफ़ आकर लड़ेगी तो समझ लें खुद क्या मैसेज भेजेंगे। करात ने कहा कि इसलिए राहुल को अपनी सीट के बारे में एक बार फिर से सोचने की ज़रूरत है।
राहुल गांधी और वायनाड
बता दें केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी ने 2019 में करीब चार लाख से ज़्यादा वोट से जीत हासिल की थी। उस समय कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि राहुल गांधी के वायनाड सीट से चुनाव लड़ने से कांग्रेस केरल की 20 में से 15 लोकसभा सीटें जीतने में सफल रही। राहुल गांधी इस बार भी वायनाड सीट से ही चुनाव मैदान में उतरे हैं। हालांकि सीपीआई नेता बिनॉय की ओर से भी कहा गया राहुल गांधी का वायनाड सीट से चुनाव लड़ना गलत राजनीतिक कदम होगा।
सीपीआई के मैदान में आने से परेशानी में राहुल
राहुल गांधी पिछले 2019 के चुनाव वायनाड से करीब चार लाख के भारी भरकम अंतर से चुनाव जीते थे। लेकिन इस बार 2024 में उनके सामने चैलेंज जरूर है। यह भी बता दें कि सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ को केरल की 20 में से चार सीट मिलीं हैं। जिनमें कांग्रेस की राहुल गांधी की वायनाड और थरुर की तिरुवनंतपुरम सीटें भी शामिल हैं। इससे साफ मतलब निकलता है कि
राहुल गांधी और शशि थरूर वाली सीट पर भी सीपीआई उम्मीदवार रहने से गठबंधन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
केरल की 20 में से 4 सीट पर सीपीआई
लोकसभा चुनाव में सीपीआई केरल की 20 सीटों में से चार पर चुनाव लड़ रही है। सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम की माने तो पार्टी ने पहले ही इस बारे में एलान कर दिया था। जिसमें वायनाड और केरल की तिरुअनंतपुरम सीट भी शामिल है। तिरुअनंतपुरम सीट से 2009 से कांग्रेस के शशि थरूर सांसद चुनकर आ रहे हैं। लेकिन इस सीट पर भी सीपीआई ने प्रत्याशी मैदान में उतार दिया। वरिष्ठ पार्टी नेता पनियन रवींद्रन को प्रत्याशी बनाया है।