लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले रमेश बिधूड़ी को बीजेपी ने अहम जिम्मेदारी दी है। राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दक्षिणी दिल्ली सीट से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति के बाद अब बीजेपी विपक्ष के निशाने पर है। इसे लेकर कई पार्टियों ने आपत्ति दर्ज कराई है।
- रमेश बिधूड़ी को होंगे टोंक चुनाव प्रभारी
- विपक्ष BJP पर बोला हमला
- ‘नफरत’ का इनाम देती है बीजेपी’
- बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ बोले थे बिधूड़ी
- बिधूड़ी ने किया था अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल
- दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं रमेश बिधूड़ी
संसद के विषेश सत्र में बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले बीजेपी सासंद रमेश बिधूड़ी को पार्टी ने नई जिम्मेदारी से नवाजा है। दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा सांसद रमेश बिधूड़ी को विवादों के बीच बीजेपी ने राजस्थान के टोंक जिले में चुनाव की अहम जिम्मेदारी सौंपी है उन्हें टोंक जिले का प्रभारी बनाया गया है।
बीजेपी क्या संदेश देना चाहती है।
ऐसे में कई सवाल उठते हैं कि आखिर रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें अहम जिम्मेदारियां क्यों दी जा रही हैं? उन्हें खास तौर पर दिल्ली से टोंक क्यों ले जाया गया? ऐसा करके बीजेपी क्या संदेश देना चाहती है? चुनावी दंगल में रमेश बिधूड़ी पार्टी के लिए कितने कारगर साबित हो सकते हैं? टोंक जिले की चारों विधानसभाओं में करीब 50 फीसदी हिंदू और करीब 48 फीसदी मुस्लिम आबादी रहती है। हिंदुओं में भी गुर्जर समुदाय की आबादी काफी ज्यादा है। साल 2018 में टोंक की चार विधानसभा सीटों में से तीन पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। इनमें से एक टोंक विधानसभा सीट से सचिन पायलट जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी गुर्जर समुदाय से आते हैं। बीजेपी गुर्जर वोटों को अपने पक्ष में लाना चाहती है। सियासी विश्लेषकों का कहना है कि रमेश बिधूड़ी भी एक गुर्जर चेहरा हैं। ऐसे में बीजेपी दोनों के बीच मुकाबला चाहती है और गुर्जर वोटों को अपने पक्ष में लाना चाहती है। टोंक जिला कांग्रेस का गढ़ रहा है। वहां का गुर्जर और मुस्लिम समुदाय पहले से ही कांग्रेस को वोट करता रहा है और इसे तोड़ने के लिए रमेश बिधूड़ी को लाया गया है। रमेश बिधूड़ी की छवि हिंदुत्ववादी कट्टरपंथी और विवादित बयान देने की है और बीजेपी उनका इसी हिसाब से इस्तेमाल कर रही है।
ध्रुवीकरण के लिए बिधूड़ी को ला रही बीजेपी टोंक
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि बीजेपी ध्रुवीकरण के लिए रमेश बिधूड़ी को टोंक जिले में ला रही है। अगर बात सिर्फ गुर्जर चेहरे की होती तो बीजेपी दिल्ली विधानसभा में अपने नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी को ला सकती थी, जो बेहद तेजतर्रार और मशहूर नेता हैं लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया। पर्यवेक्षकों के मुताबिक चुनाव नजदीक हैं और ध्रुवीकरण तेज़ किया जा रहा है। बसपा सांसद दानिश अली ने संसद में अली पर इस्लामोफोबिक अपशब्द कहने वाले सांसद रमेश बिधूड़ी को राजस्थान के टोंक जिले का चुनाव प्रभारी नियुक्त करने के बाद भाजपा की नैतिकता पर सवाल उठाया है। भगवा पार्टी पर निशाना साधते हुए बसपा सांसद ने कहा कि मौजूदा कदम ने ‘भाजपा के चेहरे और चरित्र को उजागर कर दिया है।