आर्थिक तंगी और महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए विस्फोट में 44 लोगों की मौत हो गई। बता दें इस्लामी पार्टी की ओर से आयोजित राजनीतिक रैली के दौरान आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था। विस्फोट के बाद धमाके में 44 लोगों की मौत हो गई। वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। विस्फोट में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-एफ को निशाना बनाया गया। दरअसल यह एक प्रभावशाली फायरब्रांड मौलवी के नेतृत्व वाली पार्टी है और शाहबाज सरकार में शामिल है।
- जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-एफ को निशाना बनाया
- आत्मघाती हमले में 10 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल
- विस्फोट में 44 लोगों की मौत, कई घायल
- विस्फोट के बाद था हर जगह खून और लोगों की चीखें सुनीं
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डीआईजी अख्तर हयात खान ने बताया विस्फोट में 10 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया है। घटनास्थल से विस्फोटक सामग्री एकत्र की गई है। उधर, धमाके के दौरान रैली में मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है उसने धमाके के बाद हर जगह खून देखा और लोगों की चीखें सुनीं।
चारों ओर बिखरे थे मानव अंग फैला था धूल और धुआं
यह धमाका रविवार शाम करीब 4 बजे के आसपास हुआ था। इस दौरान बाजौर जिले के खार में जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल जेयूआई-एफ की सभा चल रही थी। वहीं जिला पुलिस अधिकारी नजीर खान की माने तो बाजौर और आसपास के क्षेत्रों के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। जहां ज्यादातर घायलों को ले जाया गया था। गंभीर रूप से घायलों को सैन्य हेलीकॉप्टरों द्वारा बाजौर से प्रांतीय राजधानी पेशावर के अस्पतालों में ले भर्ती किया गया है।। घायल एडम खान ने उस भयावहता को याद करते हुए कहा हर जगह खून और मानव अंग पड़े थे। विस्फोट के बाद जमीन पर गिरे एडम खान ने बताया चारों ओर धूल और धुआं था। वो कुछ घायल लोगों के नीचे दब गया था। जहां से वह मुश्किल से खड़ा हो सका। उठने के बाद देखा तो कुछ कटे हुए मानव अंग पड़े दिखाई दिये। वहीं एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सभी लोग सभा में भाषण सुन रहे थे। इस दौरान एक शक्तिशाली विस्फोट हो गया। जिससे वह बेहोश होकर गिर गया। जब उसे होश आया तो हर जगह खून पड़ा था। लोगों की चीख पुकार सुनाई दे रही थी। पुलिस ने दावा किया है कि आत्मघाती हमलावर ने मंच के करीब अपने विस्फोटक जैकेट में विस्फोट कर दिया। जहां जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल जेयूआई-एफ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसमें कहा गया है कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इस्लामिक स्टेट समूह हमले के पीछे हो सकता है। अधिकारी इस संबंध में जांच कर रहे हैं।
हमले की निंदा, पीएम और राष्ट्रपति ने जताया दुख
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इस हमले की निंदा की और अधिकारियों से घायलों और शोक संतप्त परिवारों को हर तरह की सहायता प्रदान करने को कहा है। बम बिस्फोट साल 2014 के बाद से उत्तर पश्चिम में चार सबसे खराब हमलों में से एक था। जब 147 लोग मारे गए थे। जिनमें ज्यादातर स्कूली बच्चे शामिल थे।
प्रकाश कुमार पांडेय