उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों हित में बड़ा फैसला लिया है। राज्य के मुखिया के निर्देश पर खाद्य और रसद विभाग की ओर से सत्यापन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इसके साथ ही अब 100 क्विंटल से अधिक गेहूं विक्रय पर किसानों को सत्यापन से छूट प्रदान की गई है। किसान अब अनुमानित उत्पादन का तीन गुना तक गेहूं बिक्री कर सकेंगे। जिससे अभिलेखों में त्रुटि से गेहूं बेचने में उन्हें कोई परेशानी न हो। शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
- यूपी में बिना सत्यापन बिकेगा 100 क्विंटल से अधिक गेहूं
- किसानों को सत्यापन से प्रदान की सरकार ने छूट
- किसान अनुमानित उत्पादन का तीन गुना तक बिक्री कर सकेंगे
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आदेश जारी
- खाद एवं रसद विभाग ने शनिवार को जारी किये आदेश
- किसानों को 2,425 रुपये प्रति क्विंटल का एमएसपी मिल रहा
- उतराई, छनाई और सफाई के लिए 20 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त
- सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक खुले रहते हैं खरीद केंद्र
- निर्बाध सेवा के लिए छुट्टियों के दिनों में भी खुले रहते हैं खरीद केंद्र
- खेतों में कटाई जारी रहने के दौरान भी की जा रही गेहूं की तौल
- किसान को गेहूं का भुगतान सीधे बैंक खातों में किया जा रहा
- राज्य में पंजीकृत किसान 3,77,678 हैं
- गेहूं बिक्री करने वाले किसान 39,006
- गेहूं क्रय केंद्रों की संख्या 5,804
जारी आदेश के तहत राज्य सरकार की ओर से व्यवस्था की है कि पंजीकृत किसान सत्यापन के बिना भी अपना 100 क्विंटल से अधिक गेहूं बेच सकते हैं। सत्यापन के बाद कुल उत्पादकता के आधार पर किसान की उत्पादन क्षमता का तीन गुना तक गेहूं बेचने की सुविधा प्रदान की गई है। जिससे सत्यापन और अभिलेखों में त्रुटि के चलते किसान को अपनी गेहूं की फसल बेचने में असुविधा न हो। राज्य में गेहूं की बिक्री के लिए किसान खाद्य और रसद विभाग की ओर से पोर्टल या विभाग के मोबाइल ऐप पर किसान पंजीकरण-नवीनीकरण कराने के बाद इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
गेहूं की बिक्री के लिए किसान खाद्य और रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या विभाग के मोबाइल ऐप UP KISHAN MITRA पर अपना पंजीकरण-नवीनीकरण करा सकते हैं। इस समय मोबाइल क्रय केंद्र के जरिए किसानों से गेहूं खरीदा जा रहा है। सरकार की ओर से 2425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जा रहा है। इसके अतिरिक्त 20 रुपये प्रति क्विंटल उतराई, छनाई और सफाई के लिए किसानों को अतिरिक्त रुप से दिए जा रहे हैं।
दरअसल विभाग का कहना है कि किसान अब किसी भी समस्या को लेकर टोल फ्री नंबर 18001800150 या जिला खाद्य विपणन अधिकारी, तहसील में क्षेत्रीय विपणन अधिकारी और ब्लॉक के विपणन अधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं। इतना ही नहीं किसानों की सुविधा के लिए अब अवकाश के दिनों में भी गेहूं क्रय केंद्र संचालित किये जा रहे हैं।.. प्रकाश कुमार पांडेय