जानिए उन योगी को जो हैं भारत के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री, जिन्हें नौकरशाह भी बुलाते हैं ‘महाराजजी’

यूपी के सीएम आदित्यनाथ की खास बातें जानिए

लखनऊः योगी आदित्यनाथ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेस के मुख्यमंत्री। पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ 19 मार्च 2017 को ली। उसके बाद ऐसी जोरदार पारी खेली कि दुबारा 2022 में भी पहले से अधिक जोरदार प्रदर्सन के साथ मुख्यमंत्री बने। दूसरी बार शपथ ग्रहण समारोह लखनऊ के इकाना स्टेडियम में हुआ। उनके साथ दो उप-मुख्यमंत्री भी बनाये गए। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।

हम आपको इन्हीं योगी आदित्यनाथ के बारे में कुछ खास बताने जा रहे हैं।

योगी का राजनीतिक करियर

योगी आदित्यनाथ के साथ जुड़े हैं कई विवाद

योगी आदित्यनाथ पर सितंबर 2008 में आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमला हुआ था। इस हमले में योगी जी बाल बाल बचे। इस हमले में 100 से भी ज्यादा वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया था और निहत्थे लोगों को लहूलुहान भी किया। योगी को गोरखपुर दंगों के दौरान गिरफ्तार किया गया जब मुस्लिम त्यौहार मोहर्रम के दौरान फायरिंग मे एक हिन्दू युवा की जान चली गयी। अधिकारियों ने योगी को उस जगह जाने से मना कर दिया, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने शहर में लगे कर्फ्यू को हटाने की मांग की।

अगले दिन उन्होंने शहर के मध्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने की घोषणा की लेकिन जिलाधिकारी ने इसकी अनुमति देने से साफ मना कर दिया। योगी आदित्यनाथ ने भी इस बात की कोई चिंता नहीं की और हजारों समर्थकों के साथ अपनी गिरफ़्तारी करवा दी। आदित्यनाथ को सीआरपीसी की धारा  151A, 146, 147, 279, 506 के तहत जेल में डाल दिया गया।  मुंबई-गोरखपुर गोदान एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे फूंक दिए गए, जिसका आरोप उनके संगठन हिन्दू युवा वाहिनी पर लगा। दंगे धीरे-धीरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के 6 जिलों में फैल गए।

2005 में योगी आदित्यनाथ ने कथित तौर पर 1800 ईसाईयों का शुद्धीकरण कर हिन्दू धर्म में शामिल कराया। ईसाइयों के इस शुद्धीकरण का कम उत्तर प्रदेश के एटा में हुआ।

योगी के फायरब्रांड बयान

योगी आदित्यनाथ का उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाके में बहुत ज्यादा प्रभाव रहा है। इससे पहले उनके पूर्वाधिकारी तथा गोरखनाथ मठ के पूर्व महन्त, महंत अवैद्यनाथ भी भारतीय जनता पार्टी से सन् 1991 तथा सन् 1996 का लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।

दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने फायरब्रांड बयानों से दूरी बरत ली है और फिलहाल निवेश, सुरक्षा और प्रदेश के विकास पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

उत्तरप्रदेश के CM yogi की खास बातें जानिए

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