लखनऊ- उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को मिली हार के बाद लगातार अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. चुनाव के पहले मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और प्रतीक सिंह की पत्नी अपर्णा यादव बीजेपी में चली गईं. अब चाचा शिवपाल यादव भी बीजेपी में जाने की तैयारी कर रहे हैं. उधर, सपा के दिग्गज नेता आजम खान के समर्थक अखिलेश के खिलाफ बयान दे रहे हैं कि अखिलेश की वजह से आजम खान जेल में हैं. लेकिन इन सबके बीच अब अखिलेश को अपर्णा यादव से खुली चुनौती मिल गई है.
दरअसल, अपर्णा यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, जो योगी जी को मठ भेजने की बात करते थे, अब अगर उन्होंने कोई गड़बड़ी की तो उनके खिलाफ लठ बजेगा. बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव औरैया में एक जनसभा को संबोधित कर रहीं थीं. यहां उन्होंने कहा, जब मैंने बीजेपी ज्वाइन की थी तो कुछ लोगों ने कहा था कि, अब सन्यासी को मठ भेजने की तैयारी करनी है. इसके आगे उन्होंने कहा कि अब मैं बता देती हूं कि हमारे प्रदेश के गौरवशाली मुख्यमंत्री योगी ऐसे लोगों के खिलाफ लठ बजाने का काम करेंगे.अगर उन्होंने कोई गड़बड़ी की तो”.
अपर्णा यादव ने आगे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आप लोग इंस्टाग्राम और ट्विटर का प्रयोग अधिक संख्या में करिए ताकि लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में आसानी हो. उन्होंने कहा, सीएम योगी का बुल्डोजर लगातार चल रहा है और गुंडे अपराधियों का प्रदेश से सफाया हो रहा है. उन्होंने समाजवादी पार्टी का बिना नाम लिए कहा कि, कुछ लोगों को यह बात सही नहीं लग रही है इसलिए वे बुल्डोजर का विरोध कर रहे हैं.
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव कई बार रैलियों में कहते थे कि 10 मार्च के बाद योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री निवास से गोरखपुर मठ में वापस जाने वाले हैं. अब अपर्णा यादव ने अखिलेश के इस बयान को लेकर उन पर निशाना साधा है. अपने इस बयान में अपर्णा यादव ने भले ही अखिलेश यादव का नहीं लिया है. लेकिन अब बात निकल गई है तो दूर तक जाएगी.
आपको बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब अपर्णा यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में बयान दिया है. इसके पहले भी वह सीएम योगी के समर्थन में बयान देती रहीं हैं. उत्तरप्रदेश चुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले अपर्णा यादव बीजेपी में शामिल हुईं थीं. अपर्णा को उम्मीद थी कि बीजेपी उन्हें लखनऊ कैंट से टिकट देंगीं. लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद ही अपर्णा यादव अपने बेटी के साथ सीएम योगी का तिलक करने भी पहुंच गई थीं.