भेड़िए का नाम सुनकर ही ड़र लगने लगता है। भेड़िए को इंसानों में खासकर बच्चो के लिए सबसे खतरनाक जानवर माना जाता है। इन् दिनों उत्तरप्रदेश के बहराइच और सीतापुर में आदमखोर भेड़ियों ने आंतक मचाया हुआ है। जिनकी वजह से लोग अपने घर से बहार निल्कलने में भी डर रहे है। चलिए आज आपको बताते है आखिर क्यों भेड़िए को सबसे खतरनाक जानवर मन जाता है और उससे पकड़ना क्यों सबसे मुश्किल होता है।
*खूंखार भेड़ियें
यूपी के बहराइच में भेड़ियों ने एक महिला समेत 8 मासूमों को अपना शिकार बनाया है। वहीं जिला वन विभाग के मुताबिक अब तक 4 आदमखोर भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है, वहीं 2 अन्य भेड़िओं को पकड़ने की तैयारी है। इन्हें पकड़ने के लिए ड्रोन और ट्रेंकुलाइजर की मदद ली जा रही है।
*भेड़िए की खासियत
भेड़िये अपने क्षेत्र में शिखर के शिकारी होते हैं जिन्हें मनुष्यों और शेरों को छोड़कर और किसी से चुनौती नहीं होती। भेड़िये की चाल 55-70 किमी/घंटा (34-43 मील प्रति घंटे) है, वह एक ही सीमा में क्षैतिज रूप से 5 मीटर (16 फीट) छलांग लगा सकता है, और कम से कम 20 मिनट तक तेजी से पीछा कर सकता है। इन कारणो से भेड़िये और ज्यादा खतरनाक हो जाते है और उनका सामना करना कठिन हो जाता है।
*बच्चो के लिए सबसे खतरनाक..
एक्सपर्ट्स की मानें तो भेड़िया ऐसा जीव है जो झुंड में ही शिकार करता है. ये अकेले शिकार करने में डरते हैं. हालांकि, अगर सामने कोई छोटा जीव या इंसान का बच्चा हो तो अकेला भेड़िया भी हमला कर सकता है। भेड़ियों का चालाक और खुंखार स्वभाव उसे जंगल का बड़ा और खतरनाक शिकारी बनाता है। यह मूस के साथ-साथ खरगोश, कृंतक और पक्षियों जैसे छोटे जानवरों का भी शिकार कर सकता है।
*भेड़िए पकड़ना क्यों सबसे मुश्किल
विशेषज्ञों के मुताबिक भेड़िए की सूंघने की क्षमता बहुत तेज होती है। ये दूर मौजूद इंसानों की गंध पहचान लेते हैं और सतर्क हो जाते हैं. इतना ही नहीं यह अपने साथियों को कभी अकेला नहीं छोड़ते है। कहा जाता है कि अगर किसी साथी को कोई शिकार फंसाकर लेकर जाता है, तो ये वहां तक हमला कर सकते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह गंध है।
प्रकाश कुमार पांडेय