जानें मायावती ने क्यों खाली किया दिल्ली का ये बंगला…क्या हैं सरकारी बंगला खाली करने की वजह
बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली का बंगला खाली कर दिया है। पार्टी सूत्रों की माने तो मायावती और बीएसपी की ओर से बंगला खाली करने की कोई ठोस और आफिशयल वजह सामने नहीं आई है। लेकिन बंगला खाली करने के बाद से सियासी हलकों में इस बात के चर्चे हैं। क्योंकि BSP supremo Mayawati ने ये बंगला उस वक्त खाली किया जब बीएसपी की राजनैतिक साख कमजोर हो रही है।
2024 के लोकसभा चुनावों में बीएसपी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। हालात यहां तक आ गए कि बीएसपी का राष्ट्रीय पार्टी की दर्जा भी संकट में आ गया है। ऐसे में अब BSP supremo Mayawati मायावती ने इस बंगले को क्यों खाली किया। 35 लोधी स्टेट के इस बंगले को मायावती ने सुरक्षा का कारणों का हवाला देते हुए आवंटित कराया था। इस बंगले के ठीक सामने 29 लोधई स्टेट में बसपा का कार्यलाय है। पार्टी कार्यालय का पीछे का दरवाजा 35 लोधी स्टेट पर ही खुलता है। इस तरह दोनों ही बंगालों को कभी एक कलर करके तैयार कराया गया था कि पार्टी सुप्रीमों और पार्टी का बंगला एक ही रंग का है। लेकिन अचानक बंगला खाली करने को लेकर अब तरह तरह की बातें हो रही हैं। बताया जाता है कि मायावती ने 20 मई को इस बंगले को खाली कर दिया है।
बंगला खाली करने के संभावित कारण
राजनीतिक पराजय का प्रभाव
2024 लोकसभा चुनावों में BSP का प्रदर्शन इतिहास का सबसे खराब रहा।
यूपी, पंजाब, राजस्थान जैसे पारंपरिक गढ़ों में पार्टी खाता तक नहीं खोल पाई।
पार्टी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी अब खतरे में है।
पार्टी की रणनीतिक पुनर्रचना
पार्टी अब संगठनात्मक ढांचे में कटौती या नवीन व्यवस्था की ओर जा सकती है। हो सकता है कि मायावती सार्वजनिक जीवन से धीरे-धीरे दूरी बना रही हों।
सुरक्षा समीक्षा और सरकारी दबाव
लोकसभा 2024 चुनाव के बाद सुरक्षा व्यवस्था और बंगला आवंटन को लेकर नई समीक्षा हो रही है। यदि केंद्र सरकार की ओर से बंगले की पुनः समीक्षा की हो, तो मजबूरीवश खाली किया गया हो।
व्यक्तिगत निर्णय या प्रतीकात्मक राजनीति
माना जा रहा है कि बसपा प्रमुख मायावती अपने बंगले खाली करने के माध्यम से कोई सियासी संदेश देना चाहती हैं। जैसे “सत्ता में नहीं तो विशेष सुविधा नहीं चाहिए। पार्टी को जमीनी स्तर पर पुनर्गठित करने का समय आ गया है।
दरअसल 35 लोधी स्टेट का बंगला सिर्फ एक सरकारी मकान नहीं था, कभी यह बंगला BSP के राजनीतिक वैभव का प्रतीक भी रहा है। ऐसे में इस बंगले को खाली करना दर्शाता है कि पार्टी एक गंभीर संक्रमण काल से गुजर रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि मायावती इसका कोई राजनीतिक अर्थ निकालती हैं या यह वाकई सिर्फ एक प्रशासनिक निर्णय बनकर रह जाता है।..प्रकाश कुमार पांडेय