कौन दबा रहा है पहलवानों का आंदोलन,ये रहा पूरा मामला!

दिल्ली में जंतर मंतर पर लंबे समय से आंदोलन कर रहे पहलवानोंं को कई चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है। उनके आंदोलन को दबाने के कई तरह के कथित प्रयास हो रहे हैं। मीडिया में भ्रामक खबरें आ रही है। कुछ इसी तरह की एक खबर आई कि रेसलर साक्षी मलिक ने आंदोलन छोड़कर वापस रेलवे ज्वाइन कर लिया है। इस खबर के फैलते ही साक्षी ने तत्काल ट्वीट करके बताया कि ये भ्रामक खबरें हैं।

साक्षी ने किया खंडन

साक्षी मलिक ने ट्वीट में लिखा- ये खबर बिलकुल गलत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं। इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई गलत खबर ना चलाई जाए। बता दें कि पहलवान बजरंग, साक्षी और विनेश सबसे पहले 18 जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। इसके बाद खेल मंत्रालय से कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद पहलवानों ने धरना समाप्त कर दिया था। कोई कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए पहलवान 23 अप्रैल को दोबारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे।

बजरंग पुनिया ने ट्वीट में लिखा

साक्षी के बाद बजरंग पुनिया ने भी ट्वीट कर खबरों को गलत बताया है। उन्होंने लिखा- आंदोलन वापस लेने की खबरें कोरी अफवाह हैं। ये खबरें हमें नुकसान पहुंचाने के लिए फैलाई जा रही हैं। हम न पीछे हटे हैं और न ही हमने आंदोलन वापस लिया है। महिला पहलवानों की एफआईआर उठाने की खबर भी झूठी है। इंसाफ मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी।

शंकाएं और चर्चाओं का दौर शुर

जैसे ही खबर चली कि साक्षी ने आंदोलन छोड़ दिया है,वैसे ही चर्चाओं का दौर शुरु हो गया। बताया जा रहा है कि इस आंदोलन को खत्म करने के लिए तरह तरह के प्रयास किए जा रहे हैं उनके आंदोलन को दबाने के लिए भ्रामक खबरें फैलाईं जा रही है। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है ये कहना फिलहाल मुश्किल है। लेकिन यौन शोषण के आरोपी और सांसद बृजभूषण शरण सिंह को कुछ राहत जरूर मिली होगी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि 2016 रियो ओलंपिक में कांस्य जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से हट गई हैं और रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गई हैं। हालांकि, इस खबर के सामने आने के बाद साक्षी ने तुरंत ट्वीट करते हुए इन खबरों का खंडन किया।

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