मणिपुर दंगों के पीछे कौन? जांच एजेंसिया और सुरक्षा के प्रयास हो रहे नाकाम

मणिपुर में दरिंगदगी पर उतरे दंगाई एंबुलेंस में लगाई आग,तीन को जिंदा जलाया

मणिपुर में पिछले कई दिनों से हिंसा हो रही है। लोकतंत्र में शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है। लेकिन दरिंदगी भरी हिंसा की इजाजत किसी को नहीं है।इसके बाद भी मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है और शांति स्थापित करने के सभी प्रयास नाकाम होते दिखाई दे रहे हैं। खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यहां का दौरा किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उनकी इस अपील का कोई फायदा नहीं हुआ। अब दंगाई दरिंदगी की पर उतर आए है। वे मरीजों से भरी एंबुलेंस को भी नहीं बक्श रहे हैं। दंगाईयों ने एक एंबुलेंस में आग लगा ​दी जिसमें मासूम सहित तीन लोगों की जलकर मौत हो गई। ऐसे में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर इन दंगाइयों के पीछे कौन है?

तीन मासूमो को जिंदा जला दिया

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक दंगाइयों ने तीन मासूमों की जान ले ली। दरअसल, लगभग 8 साल के घायल बच्चे को उनके परिजन इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे। तभी भीड़ ने एंबुलेंस को घेर लिया। लाख मिन्नतें करनेे के बाद भी दंगाई नहीं माने और उन्होंने एंबुलेंस में आग लगा दी,जिसमें उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गोलीबारी में एक बच्चे को सिर में गोली लग गई थी जिसका इजाल कराने के लिए उसकी मां और एक अन्य रिश्तेदार एंबुलेंस में इंफाल जा रहे थे। तभी भीड़ ने अचानक आकर एंबुलेंस को रोक लिया और उसे आग के हवाले कर दिया। इससे तीनों की जलकर मौके पर ही मौत हो गई। बता दें, दर्दनाक घटना इसोइसेम्बा में रविवार शाम को हुई। अधिकारियों के मुताबिक की भीड़ ने जिन लोगों को आग के हवाले किया गया था। उनकी पहचान आठ वर्षीय तोंसिंग हैंगिंग, उसकी 45 वर्षीय मां मीना हैंगिंग और 37 वर्षीय लिडिया लोरेम्बम के रूप में हुई है। असम राइफल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि की है।

पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है

इस घटना में दंगाईयों की पहचान की जा रही है। जगह जगह चैकिंग कर सुरक्षा व्यवस्था और अधिक बढ़ा दी गई है। जगह जगह सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके बाद भी शांति के लिए किए जाने प्रयास नाकाम होते दिखाई दे रहे हैं। मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर कहा जाने लगा है कि आखिर इस हिंसा के पीछे कौन है। इसके पीछे कोई एक नेटवर्क है तो हिंसा को बढ़ावा दे रहा है।

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