भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिला पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहीं हैं। उनकी मांग है कि आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी हों और सख्त कार्रवाई की जाए। पहलवानों के समर्थन में कुछ राजनैतिक दल भी सामने आए और उन्होंने आरोपी सांसद पर कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा धरना स्थल पर पहुंची खाप पंचायतों ने भी उनका समर्थन कर पंचायत की और 21 मई तक मांग पूरी नहीं होने पर बड़ा आंदोलन करने अल्टीमेटम दिया था। इसके बाद भी मामला वहीं के वहीं है।
घिरने वाले नहीं हैं बृजभूषण शरण सिंह
कई महीनों से चल रहे इस मामले में आरोपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे कई राजनैतिक कारणों का माना गया। इसके बाद अब जिस तरह के बयान हो रहे उनको देखकर कहा जा सकता है कि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होना कठिन है। सांसद खुद दावा कर रहे हैं कि उनका कुछ नहीं होने वाला है। वीडियो जारी कर खुद को बेगुनाह बताने वाले बृजभूषण शरण सिंह ने एक बार फिर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। लखनऊ में बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर आरोप साबित होते हैं तो मैं फांसी पर लटकने को तैयार हॅू। हमें दिल्ली से लेकर हरियाणा तक नहीं घेरा जा सकता है। जो भी लोग साजिश कर रहे हैं, वे अब मुंह के बल गिर चुके हैं।
गुड टच और बैड टच का है मामला
आरोपी सांसद ने कहा कि पूरा मामला गुड टच और बैड टच का है। ये सभी आरोप किसी बंद कमरे के नहीं हैं। बल्कि एक बड़े हॉल भीतर टच करने के हैं। मामला न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। आपको बता दें कि इस मामले में सांसद के खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज है और मामले की जांच चल रही है। लेकिन जंतर-मंतर पर जुटे पहलवान चाहते हैं कि इस मामले में बृजभूषण की गिरफ्तारी की जाना चाहिए।
सोनिका का बृजभूषण को मिला समर्थन
यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को अब अन्य पहलवानों का भी समर्थन मिलने लगा है। पूर्व पहलवान सोनिका कालीरमन ने आरोपी सांसद का खुलकर समर्थन किया है। उन्होनें धरना दे रही महिला पहलवानों के लिए कहा कि रेसलिंग जैसे खेल की नाक मत कटवाइए। एक लड़की अगर एथलीट है, जो 100 मीटर का स्प्रिंट मार सकती है, वो एक आदमी को मैट में भी ठूंस सकती है। मैं नहीं मानती कि वो किसी आदमी से मोलेस्ट हो सकती है। एक इंटरव्यू में सोनिका ने कहा कि पीड़िता कुछ भी सह सकती है और पिट सकती है लेकिन समझौता नहीं करेगी। वो खुद की रक्षा कर सकती है। एक खिलाड़ी को कोई यूं ही छू नहीं कर सकता। कोई न कोई रीजन जरूर रहा होगा। मैं किसी विशेष के बारे में नहीं कह रही हूं, लेकिन मैं खुद रेसलर हूं। रेसलिंग बहुत ताकत वाला खेल है। एक रेसलर का यौन शोषण नहीं हो सकता, कहीं न कहीं उसकी सहमति जरूर रही होगी।
धरने पर बैठे पूनिया का विरोध शुरु
दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों के साथ धरने पर बैठे ओलिंपियन पहलवान बजरंग पूनिया के खिलाफ सुर उठने लगे हैं। ताजा मामला हरियाणा स्थित झज्जर जिले के गांव भापड़ौदा का है। यहां 4 एकड़ जमीन के मामले में गांव वालों ने उनके खिलाफ जंग छेड़ दी है। वजह ये है कि भापड़ौदा में 2 मई को पंचायती जमीन की नीलामी कराई गई, लेकिन इसमें 4 एकड़ जमीन का पट्टा किसी को नहीं दिया गया। ग्रामीण इसको लेकर खोजबीन में लगे तो पता चला कि ग्राम पंचायत अपनी 4 एकड़ जमीन को ओलिंपियन बजरंग पूनिया को एकेडमी बनाने के लिए देगी। हालांकि अभी तक इसका प्रस्ताव पास नहीं हुआ है, लेकिन ग्राम पंचायत अपने स्तर पर इसका फैसला ले चुकी है। बापड़ौदा गांव सोनीपत से झज्जर जाते हुए रास्ते में सांपला के पास स्थित है। ग्रामीणों ने इस जमीन का विरोध करना शुरु कर दिया है। इस आशय की संबंधितों से शिकायते की गई है। शिकायत में कहा गया है कि यदि जमीन का आवंटन नहीं रोका गया है तो आंदोलन के लिए सड़क पर उतरेंगे।
पहलवानों के समर्थन में खाप और किसान
सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों को खाप और किसान का समर्थन पहले ही मिल चुका है। किसान नेता राकेश टिकैत के अलावा संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम नेता और महिला किसानों के साथ खाप पंचायतों के प्रतिनिधि भी जंतर-मंतर पहुंचे थे। किसान नेताओं और खाप पंचायतों ने भी सरकार को पहलवानों की मांग जल्द एक्शन लेने की चेतावनी दी थी और कहा था कि कार्रवाई नहीं हुई तो 21 मई के बाद बड़ा आंदोलन करेंगे।