पाक का कश्मीर राग…! क्या है शहबाज की चाल ? UN में भारत ने की पाकिस्तान की जोरदार धुलाई…!
भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पर पलटवार किया है। क्या है वो बयान, जिसकी भारत ने कड़ी आलोचना की है। आखिर क्यों दुनिया में भारत का रोना रो रहा है पाकिस्तान।
भारत ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को एक बार फिर आईना दिखा दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कश्मीर की तुलना फिलिस्तीन से की थी। भारतीय डिप्लोमैट ने पाकिस्तान की इस हिमाकत का जवाब देते हुए शहबाज के बयान को हास्यास्पद बताया। उनकी आलोचना की। क्या है पाकिस्तान पीएम का कश्मीर राग और पाकिस्तान पीएम शरीफ का यह बयान कितना शराफत वाला है। यह भी जानेंगे।
दुनिया में भारत का रोना रो रहा पाकिस्तान!
कश्मीर का राग…क्या है शहबाज की चाल!
शाहबाज के बिगड़े बोल…भारत ने खोली पोल!
UN में पाकिस्तान की जोरदार धुलाई
कश्मीर पर शहबाज का बयान
फिलिस्तीन से की भारत की तुलना!
भारत पर लगाया धमकी का आरोप
भारत ने बताया पाखंड और हास्यास्पद!
UN में पाकिस्तान की कर दी बोलती बंद!
पाक का कशमीर राग
पाकिस्तान से जिस बात की उम्मीद थी। उसने किया भी वही। लेकिन हद तो तब हो गई, जब पाक पीएम शहबाज शरीफ ने भारत को धमकी देने की हमाकत कर डाली। जरा सोचिए भला, एक ऐसा मुल्क जो पूरी तरह से किसी दूसरे मुल्क के हाथों गिरवी पड़ा हो। आतंकवाद और राजनीति के चक्कर में उस मुल्क की जनता पिस रही हो। वो संयुक्त राष्ट्र के मंच पर उस भारत को धमकी देने की हिमाकत करते नजर आ रहा है, जिसका लोहा पूरी दुनिया मानती है और स्वीकार करती है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना भाषण दे रहे थे तो ऐसा महसूस हो रहा था कि मानो शहबाज दुनिया के सामने मदद के लिए भीख मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर कब्जा करने के लिए भारत की ओर से युद्ध की तैयारी की जा रही है।
पाक पीएम शहबाज शरीफ ने यूएनजीए में आर्टिकल-370 के साथ कश्मीर का मुद्दा भी उठाया।
हालांकि भारत ने शरीफ़ के इस बयान को ‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमले का दुस्साहस’ करार दिया है। भारत ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि दुनिया भर में आतंकवादी घटनाओं पर उसके “अंगुलियों के निशान” हैं। पाक को यह समझना चाहिए कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के उसे परिणाम भुगतने होंगे। यूएन में भारत की भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी भाविका का कहना है। इस सभा ने आज सुबह एक बेहद दुखद घटना देखी। सेना के ज़रिए चलाए जा रहे एक मुल्क ने जो आतंकवाद, नशीले पदार्थों के व्यापार और अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए वैश्विक रूप से बदनाम है। उसने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस किया है।
वहीं UN जनरल असेंबली के 79वें सत्र में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा- “हमने कल इसी मंच से कुछ विचित्र बातें सुनीं। वे भारत की स्थिति को बहुत स्पष्ट कर देना चाहते हैं। पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी। उसे दंड से बचने की कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इसके विपरीत, कार्रवाई के निश्चित रूप से परिणाम होंगे। हमारे बीच हल किया जाने वाला मुद्दा केवल पाकिस्तान की ओर से अवैध रूप से कब्जाई गई भारतीय जमीन और उस क्षेत्र को खाली करना है। निश्चित तौर पर पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के साथ लंबे समय से चले आ रहे लगाव को त्यागना है।
धारा-370 ख़त्म होने से पहले
जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार
दोहरी नागरिकता
जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडा
पुलिस राज्य व्यवस्था के अधीन
आर्थिक आपात काल लागू नहीं
अल्पसंख्यकों को कोई आरक्षण नहीं
दूसरे राज्य के लोगों को जम्मू-कश्मीर में
जमीन और प्रॉपर्टी खरीदने का अधिकार नहीं
आरटीआई लागू नहीं
विधानसभा का कार्यकाल 6 साल के लिए
धारा-370 ख़त्म होने के बाद
कोई विशेषाधिकार नहीं
एकल नागरिकता
तिरंगा
पुलिस व्यवस्था केंद्र के अधीन
आर्टिकल 360 (आर्थिक आपात काल) लागू
अल्पसंख्यक आरक्षण के लिए योग्य
दूसरे राज्य के लोग भी अब जम्मू-कश्मीर
में प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं
आरटीआई लागू
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा
का कार्यकाल पांच साल