भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं मंगलवार को और कल उत्तराखंड और पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ सहित मध्य भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका है। गुजरात में भी बुधवार और गुरुवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज होने की संभावना है। मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। इनमें उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, कोंकण और गोवा में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
इन राज्यों में भारी वर्षा की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले पांच दिनों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं आज (मंगलवार) 18 जुलाई 2023 को और कल उत्तराखंड और पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ सहित मध्य भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका है। गुजरात में भी कल और परसों अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज होने की संभावना है।
कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है
आईएमडी ने आज और कल के दौरान जम्मू कश्मीर, लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और अगले तीन दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा की भी संभावना व्यक्त की है। 48 घंटों में उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना इस संबंध में मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तरी ओडिशा और उससे लगे पश्चिम बंगाल और झारखंड में गंगा के तलहटी वाले क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिसके कारण देश के मध्यवर्ती और पूर्वी क्षेत्रों में भारी वर्षा हो सकती है।आईएमडी ने अपने मौसम बुलेटिन में कहा, 48 घंटों के भीतर उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इस बीच, उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में भी व्यापक से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
यमुना नदी का जलस्तर घटकर 205.71 मीटर हुआ
इस बीच आज राष्ट्रीय राजधानी में आमतौर पर बादल छाए रहने और मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं आज यमुना का जलस्तर 205.71 मीटर दर्ज किया गया है। बीते दिन दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 206.01 मीटर दर्ज किया गया था। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, कल दोपहर दो बजे यमुना का जल स्तर 205.87 मीटर था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से अधिक था।