केरल के वायनाड में बारिश ने तबाही मचा दी है। यहां लैंडस्लाइड में मृतकों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। इसके साथ ही करीब 400 से ज्यादा लोग फंस गए। जिन्हें बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बारिश के बाद चूरलपारा में लैंडस्लाइड हो गया। जानकारी के अनुसार यह घटना मुप्पाडी क्षेत्र में हुई है। बताया जाता है कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से भूस्खलन को लेकर बात की है और केन्द्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन उन्होंने दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वायनाड से कांग्रेस के सांसद रहे राहुल गांधी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भूस्खलन का शिकार हुए लोगों के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से दो दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
- वायनाड में भीषण बारिश के बीच लैंडस्लाइड
- 400 से ज्यादा लोग फंसे,रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
- हादसे में 3 बच्चों के साथ 23 लोगों की मौत
- भूस्खलन के बाद मारकंडा नदी में बहा पुल
- मदमहेश्वर मंदिर के पास भी 50 तीर्थयात्री फंसे
- लैंडस्लाइड से मची बड़ी तबाही
- लैंडस्लाइड में करीब 400 से अधिक लोग मलबे में फंसे
रेस्क्यू टीम के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 बच्चों के साथ 23 लोगों की मौत हादसे में हो गई है। बता दें लैंडस्लाइड आज मंगलवार को तड़के करीब 2 बजे हुआ। इसके बाद सुबह करीब सवा 4 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड की घटना हुई। मिली जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड के चलते वहां करीब 400 से अधिक लोग मलबे में फंसे हैं। जिन्हें बाहर निकालने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार लैंडस्लाइड की यह घटना मंगलवार सुबह तड़के करीब दो बजे के आसापास हुई है। इसके बाद सुबह करीब सवार 4 बजे एक बार फिर लैंडस्लाइड हुआ।
लैंडस्लाइड में घायल लोगों को वायनाड स्थित मेप्पाडी में निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। केरल के सीएम पिनाराई विजयन स्वयं इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। सीएम विजयन ने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद से राहत और बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा। हादसे के बारे में जानकारी मिलते ही सरकारी तंत्र रेस्क्यू में जुट गया था। रेस्क्यू ऑपरेशन में केरल राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं। वहीं राज्य के मंत्री भी जल्द ही दौरा कर प्रभावित लोगों से मिलने वाले हैं।
हादसे के बाद सेना की टुकड़ी तैनात
भूस्खलन हादसे की भयावहता को देखते हुए तत्काल सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन करने की अपील की गई। जिसके बाद सेना की ओर से चार टुकड़ियों को मौके पर भेजा गया है। सेना की बचाव टीम में 122 इन्फैंट्री बटालियन प्रादेशिक सेना की दो टुकड़ियां शामिल हैं। वहीं कन्नूर के डीएससी सेंटर की दो टुकड़ियां भी रेस्क्यू में शामिल हैं। बचाव अभियान के लिए तैनात सेना की संख्या करीब 225 है। जिसमें चिकित्सा कर्मी की टीम भी शामिल हैं।
प्रकाश कुमार पांडेय