अमृतपाल सिंह, जिसकी दादी, पिता, मां, चाचा और पत्नी सब हैं खालिस्तान समर्थक!

Amritpal Singh Family

अमृतपाल सिंह की फिलहाल पंजाब पुलिस की पकड़ से दूर है। उसकी तलाश की जा रही है। अमृतपाल 19 साल की उम्र में एक ट्रक ड्राइवर के रूप में दुबई गया था लेकिन वारिस पंजाब डे का प्रमुख और खालिस्तान का पोस्टर बॉय बनने की लालसा लिये वह वापस भारत लौट आया। भारत से दुबई जाने और वहां से लौटने के बीच कई सारी कड़ियां हैं जो अमृतपाल को खालिस्तान नेता अमृतपाल सिंह के रुप में स्थापित करती हैं। उसका परिवार भी खालिस्तान समर्थक है।

पिछले साल दुबई से भारत लौटे अमृतपाल ने दुबई में परिवार के ट्रांसपोर्ट बिजनेस में काम किया। दुबई से पंजाब लौटने के बाद उसने ने 29 सितंबर 2022 को खुद को वारिस पंजाब दा का मुखिया घोषित किया। वहीं पुलिस दावा कर रही है कि अमृतपाल आनंदपुर खालसा फोर्स नाम से एक संगठन खड़ा कर रहा था। जिसमें लोगों की भर्ती की जा रही थी। अमृतपाल सिंह के परिवार को लेकर बात करें तो वह एक उदार जाट सिख परिवार है। जो अपने नाम के साथ संधू सरनेम लगाते हैं। अमृतपाल के परिवार का पुश्तैनी घर और खेती अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा में है। उसका एक बड़ा भाई है और छोटी जुड़वा बहनें हैं। अमृतपाल के परिवार में दादी, पिता, मां, चाचा और पत्नी हैं। बता दें अमृतपाल ने पिछले महीने 10 फरवरी 2023 को यूके की रहने वाली किरणदीप कौर से शादी की थी। अमृतपाल सिंह की दादी चरन कौर एक धार्मिक महिला बताई जाती हैं। उन्हें अक्सर भजन गाते सुना जा सकता है। लेकिन मीडिया से चर्चा के दौरान वे पंजाब पुलिस पर अमृतपाल सिंह को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाने से नहीं चूकतीं। अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह भी दुबई के ट्रांसपोर्ट कारोबार में काम करते थे। पिता तरसेम सिंह भी अमृतपाल के खिलाफ दर्ज आरोपों को ढूठा बताते हैं। जबकि अमृतपाल की मां बलविंदर कौर का कहना है कि पुलिस ने अमृतपाल पर झूठे आरोप में फंसाया है। उसके चाचा हरजीत सिंह भी दुबई में ट्रांसपोर्ट का काम करते थे। हालांकि बाद में वे कनाडा चले गये।

अमृतपाल ने पिछले महीने किरणदीप कौर से की शादी
अमृतपाल ने पिछले महीने किरणदीप कौर से की शादी

बब्बर खालसा से किरणदीप कौर का संबंध

अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर से पुलिस ने पूछताछ की। किरणदीप कौर के बब्बर खालसा इंटरनेशनल नामक आतंकी संगठन से संबंध हैं। विदेशी फंडिंग भी किरणदीप के खाते के जरिए हुइ है। इस मामले में उससे पूछताछ की गई। बता दें शादी से पहले किरणदीप यूके में रहती थी। मीडिया में आई एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार वहां रहते हुए भी वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल संगठन के लिए काम कर चुकी है। यूके में बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लिए फंड जमा करने का जिम्मा किरणदीप ही उठाती थी।

चाचा हरजीत पहले ही हो चुका है गिरफ्तार

चाचा हरजीत सिंह पर आरोप है कि अमृतपाल ने जो अलगाववादी आंदोलन शुरू किया था। उसका समर्थक हरजीत सिंह भी है। ऐसे में उसके खिलाफ भी एनएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है। हरजीत सिंह ने अमृतपाल के ड्राइवर के साथ पिछले दिनों सरेंडर कर दिया था। जो अब डिब्रूगढ़ की जेल में है।

दुबई में हुआ खालिस्तान समर्थकों से संपर्क

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने विदेशों में रह रहे सिख अलगाववादियों की मदद से भारत में अमृतपाल सिंह को पंजाब में फिर से आतंकवाद भड़काने के लिए उकसाया है। वह दुबई में ट्रक ड्राइवर का काम करता था। वह पिछले साल ही दुबई से भारत लौटा था। अमृतपाल सिंह दुबई में ट्रक चलाया करता था। यहां वह खालिस्तान समर्थकों के संपर्क में आया। उसके कथित संबंध इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के प्रमुख लखबीर सिंह से हैं। लखबीर सिंह सरकारी अधिकारियों पर हमले की साजिश रचने, पंजाब में नफरत फैलाने और हथियारों की तस्करी के मामले में नई दिल्ली में वांछित है।

Exit mobile version