मध्य प्रदेश में यह आखिरी चरण का मतदान होगा। इसके साथ ही मध्य प्रदेश सभी की सभी 29 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो जाएगा। एमपी में चौथे चरण में 8 सीटों पर वोटिंग होगी। मध्य प्रदेश तीसरे चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। अब चौथे चरण की बारी है। कांग्रेस और बीजेपी तमाम दिग्गज नेता चौथे चरण के चुनाव के लिए प्रचार जमकर पसीना बहाते नजर आए। वहीं लोकसभा चुनाव के पहले तीन चरणों में लोकसभा चुनाव के मत प्रतिशत 2019 से कम नजर आया। जिसे लेकर सियासी दलों के साथ चुनाव आयोग ने भी तैयारी कर ली है। वहीं कांग्रेस और बीजेपी की ओर से जीत के दावे किये जा रहे हैं। चौथे चरण की आठ सीटों को लेकर तमाम दलों के अपने-अपने दावे और वादे किए जा रहे हैं।
- तीन चरणों में अब तक 21 सीटों पर मतदान संपन्न
- चौथे चरण में एमपी की आठ सीटों पर 13 मई को मतदान
- मालवा-निमाड़ अंचल की है सभी आठ सीट
- 2019 में बीजेपी ने दर्ज की थी इन सीटों पर जीत
- इस बार कांग्रेस को कुछ सीटें मिलने की उम्मीद
- कई सीटों पर मुस्लिमों आबादी के हाथ में हार जीत
सियासी दल और चुनाव आयोग को मत प्रतिशत की चिंता
जिन सीटों पर चौथे चरण में चुनाव होना है। उनमें देवास, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन और खंडवा शामिल है। यह वह सीट हैं जिन पर चौथे चरण में मतदान होना है। 2019 चुनाव में इन सीटों का वोट प्रतिशत पर नजर डालें तो सबसे पहले देवास लोकसभा सीट की बात की जाती है। जहां 2019 में 79.46 प्रतिशत मतदान हुआ था। उज्जैन में 75.4 प्रतिशत, मंदसौर में 77.84, रतलाम में 75.66% मतदान हुआ था। धार लोकसभा सीट पर 2019 में 75.25, इंदौर में 69.31, खरगोन में 77.82, खंडवा में 76.9% मतदान दर्ज किया गया था।
आठ सीट पर मैदान में 74 प्रत्याशी
मध्य प्रदेश में लोकसभा का चुनाव अब अपने अंतिम यानी चौथे चरण में पहुंच गया है। जिसमें 13 मई को प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इस दौरान मालवा और निमाड़ की 8 सीटों पर मतदाताओं की कतार लगेंगी। इन 8 सीटों पर 74 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिसमें देवास में 8, उज्जैन में 9, मंदसौर में 8, रतलाम में 12, धार 7, इंदौर 14, खरगोन 5 और खंडवा लोकसभा सीट पर 11 उम्मीदवार चुनावी मैदान में ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। मालवा निमाड़ में दिलचस्प बात यह भी है कि इन सीटों पर मुस्लिम मतदाता का भी बोलवाला नजर आ रहा है।
आखरी चरण में मुस्लिम फैक्टर
एमपी के चुनावी समीकरण पर विधानसभा बार अगर नजर डाले तो इंदौर—1 और 5, महू, राउ, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, मंदसौर, उज्जैन, रतलाम, नीमच, जावरा, शुजालपुर, शाजापुर, आगर मालवा यह ऐसे क्षेत्र हैं जहां मुस्लिम आबादी अच्छी खासी संख्या में है। ऐसे में प्रदेश की आठ बची हुई लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में यह वर्ग बड़ी भूमिका निभाएगा। यही वजह है कि चौथे चरण को लेकर कांग्रेस दावा कर रही है कि मतदाता महंगाई और बेरोजगारी के साथ भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर इस बार वोट करने निकलेंगे। चौथे चरण में भी सभी आठ सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। इंदौर को छोड़कर कांग्रेस सभी की सभी सीट जीतने का दावा कर रही है। वहीं बीजेपी का दावा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह मालवा निमाड की सभी सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी अपना परचम फहराएंगे। बता दे 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मालवा निमाड अंचल की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में भाजपा नेता इन सीटों पर जीत का दावा करते नजर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी पर तुष्टिकरण और लूट का आरोप लगाने के साथ रंगभेद वर्ग भेद का भी काम करने का आरोप लगा रही है।
पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल ने भी यहां बहाया था प्रचार में पसीना
मध्य प्रदेश में चौथे और अंतिम चरण के लिए मालवा निमाड़ की दिन 8 सीटों पर मतदान होना है। वहां मुकाबला कितना रोचक है इसका इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस के राहुल गांधी तक इन सीटों पर प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। इतना ही नहीं कई राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेताओं ने भी यहां पूरी ताकत झोंक दी थी। हालांकि यह 4 जून को ही पता चलेगा कि मालवा निमाड की जनता इस बार किसे अपना प्रदेश प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान करती है। दूसरे और तीसरे चरण के बाद अब चौथे चरण की बारी है कौन किस पर भारी पड़ेगा यह सभी की नजर इस पर टिकी हुई है।