किसने कहा मोहम्मद अली जिन्ना को शराबी!
इन दिनों पाकिस्तनान और अफगानिस्तान के बीच एक बार फिर जमकर तकरार देखने को मिल रही है। हथियारों से नहीं दोनों देशों में जुबानी जंग चल रही है। इस बार विवाद दोनों देशों की सीमा को लेकर नहींए बल्कि पाकिस्तानी मौलवी का एक सुझाव है। जिसमें मौलवी ने अफगान क्रिकेट टीम के कप्तान मोहम्मद नबी को अपना नाम बदलने की सलाह दी थी। इसके बाद ये जुबानी जंग शुरु हो गई। बता दें पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में अब पहले जैसी बात नहीं रही। दोनों के रिश्तों में खटास लगातार बढ़ती जा रही है। ये खटास समय समय पर अलग अलग मुद्दों पर बढ़ रही है। दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ लगातार बोलते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला एक पाकिस्तानी मौलवी का बयान है। जिसे लेकर एक बार फिर ऐसा कुछ हुआ कि दोनों देश के नेता आपस में भिड़ गए। दरअसल विवाद की जड़ पाकिस्तान के मौलाना का वह सुझाव है। जिसमें उसने अफगान क्रिकेट टीम के कप्तान मोहम्मद नबी को अपना नाम बदलने का सुझाव दिया था। इसे लेकर तालिबान ने खासी नाराजगी जाहिर की। एक सीनियर तालिबानी ऑफिसर ने काफी तीखी प्रतिक्रिया दी।
तालिबान के अफसर बोले मोहम्मद जिन्ना का नाम बदलो
पाकिस्तानी मौलाना के सुझाव सुनकर तालिबानी अधिकारी आग बबूला हो गया। उसने तत्काल अपने एक अधिकारी को इस सुझाव का माकूल जवाब देने के लिए मैदान में उतार दिया। लिहाजा अधिकारी ने भी मोर्चा संभालते हुए एक न्यूज चैनल पर कहा पाकिस्तान जानबूझकर सीमा पार से हमारे फलों के निर्यात में देरी करता है। अल्ला का शुक्र है कि अब कराची या ग्वादर बंदरगाहों की उन्हें जरूरत नहीं पड़ेगी। अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात ने चाबहार बंदरगाह का उपयोग करने के लिए ईरान के साथ समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। पाकिस्तान हमेशा अफगानिस्तान को नुकसान पहुंचाता रहा है। चाहे सत्ता में कोई भी रहा हो। ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए एक वीडियो में तालिबानी अधिकारी आगे भी पाक पर हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। जब उनसे मौलाना द्वारा मोहम्मद नबी के नाम को बदलने के सुझाव के बारे में पूछा तो वे आग बबूला हो गए और कहा पहले मौलाना को अपने कायदे आजम जिन्ना का नाम बदलना चाहिए। क्योंकि वह एक शराबी इंग्लिशमैन थे जो नशे में रहते थे। सिर्फ पैगंबर मोहम्मद ही कायद ए आज़म हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद है जबकि वहां इस्लामिक कुछ भी नहीं है।
पुराना है दोनों देशों में विवाद
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डूरंड लाइन को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। अफगानिस्तान की सत्ता पर बैठा तालिबान अपनी स्थापना के दौरान से ही डूरंड लाइन को दोनों देशों के बीच की सीमा नहीं मानता है। तालिबानियों का दावा है कि पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान उसका क्षेत्र है। दोनों देशों के जवान सीमा विवाद में कई बार आपस में भिड़ भी चुके हैं।